सोमवार, 21 मार्च 2011

मेंथोल कूल पीने वालों की बात ही और है .?

ठंडा यानी मेंथोल कूल .बच्चों बड़ों ,काले गोरों की पहली पसंद "मेंथोल कूल ".स्वाद भी और सेहत के अनुकूल भी .इक बार आजमाइए ,बार -बार आइयेगा मेंथोल खरीदने .ज़नाब चस्का ही ऐसा है इसका .सहज सुलभ आबालवृद्धों की बेहद अज़ीज़ "मेंथोल कूल ".आपभी पीयो यार -दोस्तों को भी परोसोपिलाओ : मेंथोल कूल ।
ज्यादा से ज्यादा अमरीकी बच्चे ,अफ़्रीकी -अमरीकी इसीके दीवाने हैं ।
पता नहीं क्यों किस सनक में आकर अमरीकी खाद्य और दवा संस्था "ऍफ़ डी ए "ने सुझाया है :
"पुल मेंथोल (कूल )सिगरेट्स ,ऍफ़ डी ए एडवाई -ज़र्स अर्ज "।
अलवा इसके दी टाबेको प्रो -दकट्स साइंटिफिक कमीटी (दी टी. पी. एस. ए .)तम्बाकू उत्पादों से ताल्लुक रखने वाली वैज्ञानिक सलाहकार समिति ने इसके जन स्वास्थ्य पर पड़ने वाले व्यापक असर का उल्लेख किया है ।
समिति के अनुसार इसकी सहज सुलभता ही इसकी लोकप्रियता की बड़ी वजह बनी हुई है ,अ -समामयिक (अकाली )मौत की भी .
बकौल इस समिति के जन स्वास्थ्य को लगातार होने वाली हानि के आलोक में इसका बाज़ार से अविलम्ब हठाया जाना जनहित ,जन -स्वास्थ्य के अनुकूल होगा ।
मेंथोल की मौजूदगी इस सिगरेट का चस्का और लत (एडिक्शन )दोनों लगातार बढा रही है .धुआं और ठंडा ठंडा कूल कूल ।
इस के उत्पादन से जुड़े निगम बेहद लंगड़ी दलील रख रहें हैं .कहतें हैं इसको बाज़ार से हठाना इसकी तस्करी को बढ़ाना होगा ।
ज़ाहिर है इनका लक्षित बड़ा वर्ग बालगोपाल (नौनिहाल )किशोर -किशोरियां और अफ़्रीकी -अमरीकी फिर इसे ढूंढते ही रह जायेंगे .यह ऐसे जायेगी जैसे गधे के सिर से सींग .
सबसे बड़ी बात इस सिफारिश का तहे दिल से स्वागत किया है :
केम्पेन -फॉर सिगरेट फ्री -किड्स ने ,अमरीकन कैंसर सोसायटी कैंसर एक्शन नेटवर्क ,अमरीकन लंग कैंसर असोशियेशन ,अमरीकन हार्ट असोशियेशन आदि ने जोरदार सिफारिश की है "ऍफ़ डी ए "से वह उक्त समिति की सिफारिश को अपनी मंज़ूरी जनहित जनस्वास्थ्य और कैंसर पर उड़ते खर्च और काम के घंटों के आलोक में जल्द से जल्द दे दे .बेशक तम्बाकू निगमों ,तम्बाकू लोबी से पार पाना आसन नहीं है .न भारत में ऐसा हो सका है न अन्यत्र जबकि वहां तो बात पिक्तोरियल वार्निंग तक ही सीमित थी .

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