अ -संयमित मूत्र त्याग में चाय -कोफी की भूमिका :कोफी और चाय में केफीन की मौजूदगी इसे ब्लेडर इर्रीतेंट बना देती है क्योंकि दोनों ही एलकोहल की तरह ही मूत्रल हैं .मूत्राशय के अस्तर (ब्लेडर -लाइनिंग )के लिए केफीन इक ज्ञात इर्रीतेंट है .(दाहक पदार्थ है )।
केफीन की मात्रा घटाने पर इन्कोंतिनेस में राहत ही मिलती है अध्ययनों से ऐसा पुष्ट हुआ है .डी -केफ़ कोफी से जिसमे केफीन कमतर होता है समस्या हल नहीं होती है अलबत्ता केफीन की हुकिंग होने पर इसे धीरे धीरे ही कम किया जाए ताकि विद -ड्रोवल सिम्टम्स से आप बचे रहें .
मंगलवार, 22 मार्च 2011
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