शुरूआती टाइपराइटर्स में कीज़ वर्णमाला के क्रम में ही समायोजित की गईं थीं लेकिन ऐसा करने पर व्यावहारिक दिक्कत आने लगी .टाइप तो फास्ट होती थी लेकिन कीज़ आपस में उलझ जातीं थी परस्पर सटी हुई होना ही(मिकेनिकल आर्म्स ऑफ़ करेक्टर्स का ) इस उलझाव की वजह बन रही थी .इसीलिए उन्हें अ- व्यवस्थित क्रम में सजाया गया .बेशक इससे रफ्तार कम हुई लेकिन उलझाव मिकेनिकल -करेक्टर आर्म्स का समाप्त हो गया .
लेकिन अब कुंजियाँ जाम नहीं होतीं ।
सब्सिक्युवेंतली क्वेर्टी(क्यू डब्लू ई आर टी वाई )की -बोर्ड्स वर मेड सो देट वन कुडटाइप यूजिंग कीज़ फ्रॉम टॉप ऑफ़ दी की -बोर्ड .दिस रेंडम एरेंजमेंट बिकेम स्टें -दर्ड.
मंगलवार, 22 मार्च 2011
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