बचाव का उपाय है और सीधा साधा भी है बस आपको यह देखना है जिस सैलून में आप केराटिन ट्रीटमेंट के लिए जा रहें हैं वहां हवा की आवाजाही ,वेंटिलेशन है भी या नहीं ?टोक्सिक केमिकल्स के महिलाओं के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव से बचाव का एक ज़रियासैलून्स और स्पाज़ का प्रोपर वेंटिलेशन भी हो सकता है ।
क्योंकि फोर्मल -डिहाइड के प्रति हर व्यक्ति की सेंसिटिविटी (संवेद्यता ,संवेदन -शीलता )एक सी नहीं होती है इसलिए इसका पता भी तभी चल पाता है जब आपको कोई परेशानी पेश आती है .उधर धीरे धीरे नुकसान होता रहता है ,बारहा के एक्सपोज़र से .
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