ए सुपर बग इज एनी बग देट इज एंटीबायोटिक्स रेज़िस्तेंट .यानी कोई भी ऐसा जीवाणु जो एंटीबायोटिक दवाओंसे बे -असर ,बे -खबर रहे .डॉ एक के बाद एक एन्तिबाय्तिक मरीज़ को दें और वह असर ही न करें।
इन दिनों यह सुपर बग फिर चर्चा में है .इस मर्तबा वेस्ट कोस्ट इसकी चपेट में है .लोसेंजीलीज़ में गत सात महीनों में २५६ मामले प्रकाश में आयें हैं ,३६ अमरीकी राज्यों में इसकी इत्तल्ला मिली है बाकी १४ में भी यह हो सकता है .
इजराइल में इससे मृत्यु दर ४४%रही है जहां स्वास्थ्य सेवायें अच्छी समझी जातीं हैं .अमरीका के अस्पतालों और नर्सिंग होम्स में इसकी दस्तक है ।
केथीटर या किसी भी ट्यूब का बॉडी में बने रहना इससे संक्रमण के मौके बढा देता है ।
उपाय यही है जल्दी से जल्दी (एज सून एज पोसिबिल यानी ए एस ए पी )इन बाहरी उपायों को हठा दिया जाए ।
डॉ और नर्सें बारहा हाथ धोएं,दस्ताने पहने हों तो भी हाथ ज़रूर धोएं ।
योगर्ट में अच्छे अच्छे जीवाणुओं (प्रो -बायोटिक्स )का डेरा है जो इस सुपर बग से बचाव में सहायक हो सकता है जिसके खिलाफ फिलवक्त एक ही दवा असर कर रहीं है वह भी पूरी तरह नहीं .इस दवा का नाम है "कोलिस्तिन"लेकिन यह भी किडनी डेमेज की वजह बन सकती है .सुपर्बग का नाम है "सी आर के पी "।
पहली बार जब यह व्यापक स्तर पर फैला था तब मृत्यु दर रही थी ३५ % इस मर्तबा लोसेंजीलीज़ काउंटी में कितनी म्रत्यु दर रही है इसका अभी कोई निशचय नहीं है .(ज़ारी...).
मंगलवार, 29 मार्च 2011
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