इन दिनों मेसाच्युसेट्स के इक कोंग्रेस मेन रिपब्लिकन एड .मार्के ने संघीय सरकार पर उस क़ानून को लागू करनेके लिए दवाब बनया हुआ है जो २००२ से निलंबित है , और अमरीकी एटमी भट्टियों के २० मील के दायरे में रहने वाले लोगों को पोटेशियम आयोडाइड बांटने के लिए कह रहे हैं जो ,कि इस क़ानून के तहत किया जाना था .उन्हें डर है अमरीकी धरती पर भी जापान के फुकुशिमा एटमी प्लांट जैसा मेल्ट डाउन हो गया तो अमरीकी बच्चों के लिए थाइरोइड कैंसर का ख़तरा पैदा हो जाएगा .
लेकिन माहिर उनकी इस पेश कशसे इत्तेफाक नहीं रखते क्योंकि थाइरोइड ग्लेंड बेशकरेडियो -आयोडीन की ज़ज्बी को तो रोक सकती है आयोडाइड का निरापद यौगिक (बिनाइन कम्पाउंड ज़मा कर लेती है थाइरोइड ग्लेंड पोटेशियम आयोडाइड दिए जाने के बाद )लेकिन बाकी शरीर को और दूसरे रेडियो -धर्मी विकिरण की मार सेबच्चों बड़ों को पोटेशियम आयोडाइड नहीं बचा सकता ,इसके नुक्सानात ही उन लोगों के लिए ज्यादा हैं जिन्हें आयोडीन से एलर्जीहै , शेल फिश से एलर्जी है दूसरी थाइरोइड सम्बन्धी समस्याएँ हैं .घबराहट में लोग इसका गैर ज़रूरी स्तेमाल ही करेंगे ,अपने लिए खतरनाक साइड इफेक्ट्स का जोखिम बढ़ाएंगे ।
कब किसको पोटेशियम आयोडाइड की डोज़ लेनी चाहिए कब नहीं यह फैसला स्वास्थ्या विभाग करता है संकट के अनुरूप ।
इसी माह केलिफोर्निया के ड्रग स्टोर्स से यह कम्पाउंड तब गायब हो गया था रातों रात बिक गया था जब पेसिफिक कोस्ट पर तैनात सेन्सर्स ने रेडियो -एक्टिविटी का अल्पांश ही पकड़ा था ,केलिफोर्निया की आपात कालीन प्रबंधन एजेंसी ने लोगों को साफ़ मना किया था इसका स्तेमाल न करें ,गैर ज़रूरी है विकिरण के इसअल्पांश स्तर पर ,खतरनाक अवांछित प्रभाव भुगतने पड़ सकतें हैं लेकिन दहशत और औत्सुक्य आदमी से उसका विवेक छीन लेती है .
गुरुवार, 31 मार्च 2011
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