साइप्रस इंस्टिट्यूट ऑफ़ न्यूरोलोजी एंड जेनेटिक्स के साइंसदानों ने इक ऐसा ब्लड टेस्ट ईजाद कर लिया है जो गर्भस्थ के डाउन सिंड्रोम का रोग निदान गर्भ में ही कर सकता है .न चीड -फाड़ की ज़रुरत न गर्भ गिरने (मिस्केरिज )का ख़तरा .मजेदार बात यह भी है यह परीक्षण किसी भी आम जेनेटिक डायग्नोस्टिक लैब में किया जासकता है ,न ख़ास कुछ सोफ्ट वेयर चाहिए न विशेष चिकित्सा तामझाम (उपकरण अधुनातन )।
यह रक्त परीक्षण रासायनिक बदलावों के अलावा माँ के खून में गुणसूत्र संख्या २१ (क्रोमोजोम नंबर २१ )की आंशिक या पूरी अतिरिक्त कोपी का पता लगाता है ।
हम जानते हैं डी एन ए प्लेसेंटा के पार शिशु से होता माँ के रक्त तक चला आता है .ब्लड टेस्ट इसी की पुष्टि या अनुपस्तिथि पता लगाता है .
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