फिजी ड्रिंक्स लिंक्ड टू हाई -ब्लड -प्रेशर (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,मार्च २ ,२०११ ,पृष्ठ २१ )।
मीठे कार्बन -डायोक्साइड युक्त पेय (फिजी ड्रिंक्स और सोडा )का अधिक सेवन न करने की इक और वजह सामने आई है .इक नवीन अध्ययन से पुष्ट हुआ है ,फ्रूट ड्रिंक्स भी इसी केटेगरी में आयेंगी जिनमे सुगर की लोडिंग होती है ,वे सभी फिजी पेय ब्लड प्रेशर लेविल्स को बढा देते हैं ।
"हाई -पर -टेंशन "में प्रकाशित इस अंतर -रास्ट्रीय शोध के अनुसार दिन भर में बस इक एक्स्ट्रा सुग्री ब्रीव्रेज लेने से हायर सिस्टोलिक दाब में १.६ तथा डाय-सिस्टोलिक में ०.८ मिलीमीटर ऑफ़ मरकरी की बढ़ोतरी हो जाती है ।
रिसर्चरों ने अपने अध्ययन में अमेरिका और ब्रिटेन में २६९६ प्रतिभागियों की पड़ताल की है .इनमे से उन लोगों में अतिरिक्त उच्च रक्त दाब स्तर देखने को मिला जिन्होंने दिन भर में ज्यादा ग्लूकोज़ और फ्रुक्टोज़ युक्त पेय पदार्थों का सेवन किया ।
पेय पदार्थों में सुगर और सोडियम का ज्यादा सेवन करने वालों में भी हाई -पर -टेंशन का ज्यादा साफ़ साफ़ बढा हुआ स्तर देखा गया ।
सन्देश साफ़ है :सुगर से लदे पेय पदार्थों ,जिनमे सुगर तथा सोडियम अलग से मिलाया जाता है ,का ब्लड प्रेशर को कम /नियमित रखने के लिए कम से कम सेवन किया जाए .यह हृद वाहिकीय (कार्डियो -वैस्क्युँल्र हेल्थ )में सुधार के लिए भी ज़रूरी है ।
संभवतय उक्त पदार्थ खून में कुल मिलाकर यूरिक एसिड का स्तर बढा देतें हैं यही बढा हुआ स्तर ब्लड वेसिल्स को दाय्लेतिद (विस्फारित /खुली /चौड़ी )रखने वाले नाइट्रिक ऑक्साइड की मात्रा को खून में कम कर देता है .नतीज़न ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है .
बुधवार, 2 मार्च 2011
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