गत चार दशकों में अमरीका भर में धूम्रपान का चलन और स्मोकिंग रेट कम हुई है जहां १९६५ में ५६ %बालिग़ २० सिगरेट रोजाना पी रहेथे वहीँ यह स्मोकिग रेट २००७ में घटकर ४१%पर आ गई ।
साथ ही धुआंदार धूम्रपान ,हेवी स्मोकिंग और लंग कैंसर में एक अंतर -सम्बन्ध उभरता प्रतीत हुआ .अमरीकी मेडिकल असोशियेशन के जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के आनुसार आज अमरीका भर में पहले से कहीं कम बालिग़ धूम्रपान कर रहें हैं .सिगरेट्स भी रोजाना कम पीरहें हैं .
केलिफोर्निया में जो धूम्रपान के लिए कुख्यात रहा है केवल २३%लोग ही २००७ में दिन भर में एक पैकिट ही सिगरेट पी रहे थे .एक तरफ हेवी स्मोकर्स ने धूम्रपान एक दम से छोड़ दिया दूसरी तरफ युवा भीड़ में भी एक पैकिट सिगरेट रोज़ फूंकने वालों की तादाद भी कम हुई ।
१९९३ में अमरीका में लंग कैंसर से मरने वालों की तादाद शिखर को छू रही थी .८५५ मौतों में से एक की वजह लंग कैंसर ही बनरहा था .२००७ में ९८० मौतों में से केवल एक मौत ही धूम्रपान की वजह से होने लगी थी ।
जबकि केलिफोर्निया को इस आकलन से बाहर ही रखा गया है जहां लंग कैंसर से मरने वालों की संख्या और भी कम रह गई थी ।
लंग कैंसर की अकेली बड़ी वजह स्मोकिंग ही रही है जिससे मरने वालों में भी हेवी स्मोकर्स ही ज्यादा रहें हैं .इस सकारात्मक बदलाव की वजह व्यापक "स्मोकिंग सीजेशन और प्रिवेंशन प्रोग्रेम्स "ही रहें हैं .जन स्वास्थ्य तथा डिजीज प्रिवेंशन एजेंसियों ने इसमें बड़े पैमाने में शिरकत की है .अमरीका जबकि इन्हें अनुदान देने में भी अन -अनुदार रहा है ।
इस व्यापक अभियान का केंद्र अमरीका का जनसंख्या बहुल राज्य केलिफोर्निया रहा है जहां राज्य ने आगे बढ़कर इस अभियान को न सिर्फ अपने हाथ में लिया सिगरेट्स पर सबसे ज्यादा कर भी लगाया .इसी कर से प्राप्त अनुदान से यह संदर्भित अध्ययन भी संपन्न हुआ है .इसी के चलते वहां बालिगों में एक पैकिट सिगरेट पीने वाले २००७ में ३%ही रह गए थे ।
लेकिन सिगरेट और लंग कैंसर के खिलाफ जंग अभी ज़ारी है क्योंकि २०%अमरीकी अभी भी धूम्रपान करतें हैं जबकि लंग कैंसर इसी के चलते आज भी अजेय बना हुआ है .यह रूककर सोचने का वक्त है आगे और क्या रणनीति बनाई जाए भले केलिफोर्निया राज्य ने कार्य -स्थलों पर धूम्रपान को प्रतिबंधित करने की पहल की है काम अभी बहुत बाकी है .
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