सोमवार, 14 मार्च 2011

हाव एल्कोहल कैन अफेक्ट योर डायबिटीज़ ?

एल्कोहल का मधुमेह में सेवन लीवर की नुकसानी को और भी बढा सकता है खासकर तब जब पहले से ही लीवर प्रोब्लम चल रही हो .तमाम शराब लीवर में से होकर ही गुज़रती है ।
गुर्दों (किड -नीज )और अग्नाशय (पेंक्रियाज़ )को भी हिट करता है एल्कोहल ,असर ग्रस्त करता है .नर्व और आई -डेमेज की भी वजह बन सकती है शराब .(न्यूरो -पैथी )और (डायबेटिक रेटिनो -पैथी )तथा अन्य रोगात्मक स्थितयों में शराब से परहेजी ही भली .यकीन न हो तो अपने डायबेतो -लोजिस्ट से पूछ देखें .
हाइपो -ग्लाई -सीमिया के खतरे के वजन को भी बढा सकती है शराब :हमारा यकृत ब्लड सुगर के कम होने पर और ग्लूकोज़ रिलीज़ करदेता है लेकिन खून में शराबकी दस्तक यकृत को ऐसा करने से हर चंद रोकती है . बरकार रहता है एल्कोहल सर्क्युलेसन में कई घंटा ।
अलावा इसके खासकर खाली पेट या व्यायाम के फ़ौरन बाद शराब पीना लो ब्लड सुगर को निमंत्रित करता है .इंसुलिन या कोई एंटी डायबेटिक पिल जो ब्लड सुगर को कम करने के लिए ली जातीहै यदि पहले ही ले ली गई है तब ऐसा ख़तरा(लो ब्लड सुगर ) हाइपो -ग्लाई -सीमिया की वजह भी बन सकता है .
खतरनाक बात यह है शराब के नशे में आपको ब्लड सुगर लो होने की भनक भी नहीं पड़ेगी ऐसे में ज़रूरी मेडिकेसन से भी आप वंचित रह जायेंगें .
(ज़ारी ....)

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