इसे हेल्दी ईटिंग का खामियाजा कहना अति -श्योक्ति नहीं होगी ,जबकि री -साईं-किल्ड ब्रेकफास्ट पेकिट्स और कैंसर में इक अंतर -सम्बन्ध की आशंका फ़ूड सेफ्टी लेब ज्यूरिख कर रही हो ।
स्विटज़र -लैंड के रिसर्चरों के मुताबिक़ 'न्यूज़ -पेपर -सुसेदीन कार्ड -बोर्ड कैन' के पुनर्चक्रण से रिसती प्रिंटिंग इंक में मौजूद मिनरल आयल ब्रेक -फास्ट सीरियल में भी रिसकर चला आता है .इतना ही नहीं यह अन्दर के प्रो -टेक -टिव
प्लास्टिक बैग्स में भी पैठ जाता है .पास्ता और राईस के जिन ब्रांड्स को री -साईं -किल्ड कार्ड -बोर्ड्स में पैक किया जारहा है ,विष -विज्ञान के माहिरों ,टोक्सी-कोलोजिस्टों के अनुसार यह आयलउनमे मौजूद है .यह आयल इन्टरनल ओर्गेंस में रोग संक्रमण (इन्फ्लेमेसन )पैदा कर सकता है ।
दीज़ ओइल्स कैन इन्फ्लेमेट दी इन्टरनल ओर्गेंस ।
कैंसर भी पैदा हो सकता है इनसे .बेशक इन्दिविज्युअल मील्स में अल्पांश ही मौजूज़ है कैंसर पैदा करने वाले रसायनों (कार्सिनोजंस )का ।लेकिन -
चूहों पर संपन्न कर ली गई आजमाइशों में इन तेलों से स्वास्थ्य को होने वाले नुक्सानात और जोखिम पता चले हैं .विष विज्ञान के माहिरों के अनुसार दो तरह से मार करता है यह आयल :
(१)इट काज़िज़ क्रोनिक इन्फ्लेमेसन ऑफ़ वेरियस इन्टरनल ओर्गेंस ।
(२)इट कैन काज कैंसर ।
इसी के साथ कुछ खाद्य निगमों ने री -साईं -किल्ड कार्ड -बोर्ड का स्तेमाल फ़ूड पैकेजिंग में बंद कर दिया है .सवाल यह है आदमी खाए तो क्या खाए ,जब कथित हेल्दी फ़ूड में भी विष चला आये है चुपके - चुपके ?
शुक्रवार, 11 मार्च 2011
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