मंगलवार, 1 मार्च 2011
क्यों नहीं करना चाहिए दाय्बेतिक पेशेंट को शहद का सेवन ?
शहद इक सिम्पिल कार्बो -हाइड्रेट (सरल कार्बो -हाइड्रेट )है .इसमें ७.३१ %माल्टोज़ ,३१.२८ %देक्स्ट्रोज़ ,१.३१%सुक्रोज ,१.५ %हाई सुगर,३८.१९%लैव्युलोस मौजूद रहती है इसके लेते ही रक्त में ग्लूकोज़ का स्तर बढ़ जाता है ..बेशक शहद अनेक औषधीय गुणों से भरपूर है .गुनगुने पानी से लेने पर वजन कम कर सकता है ,तेज़ खौलते हुए पानी के साथ लेने पर ज्वरनाशी तथा अपर -रिस -पाय -रेटरी ट्रेक्ट के रोग संक्रमण से बचाता है लेकिन डायबेटिक मरीज़ इसका सेवन सिर्फ हाइपो -ग्लाई -सीमिया होने पर ही कर सकता है .तुलसी के पत्तों को ग्राउंड करके शहद के साथ सेवन करने से भी श्वशन सम्बन्धी समस्याओं में राहत मिलती है .
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