मंगलवार, 15 मार्च 2011

दाय्बेटिक्स के भोजन में राई हो या न हो ?

बेशक हलके लाल रंग के दाने राई के तडके को रंग और जायका सौन्दर्य बोध भी देतें हैं इसकी मनभावन महक सब्जी को सुस्वादु भी बनाती है .कर्ड राईस कोअलग जायका देती है राई . अलावा इसके इसका स्तेमाल चटनी और रायते में भी किया जाता है राई के पत्तों की भूजी और साग दोनों बनतें हैं .विटामिन -ए ,बी ,सी के अलावा रेशे भी मुहैया करवाती है राई के पत्तों की सब्जी ।डायबिटीज़ में इसका स्तेमाल किया जासाकता है -
लेकिन इसमें ट्राई -ग्लीस -राइड्स वसा मौजूद है इसलिए यदि मधु मेही हृद रोगों की ज़द में नहीं है तभी इसका प्रयोग करे .

कोई टिप्पणी नहीं: