सोमवार, 14 मार्च 2011

फलों का जूस या फल क्या लें मधुमेही ?

कच्चे पक्के ताज़े फल ही भले .जूस मीठे होतें हैं .पके हुए फलों के ही निकाले जातें हैं आँख बचाकर ताज़े फलों के जूस में भी दूकानदार सिरप डालही देता है आप मना करते रह जातें हैं .इसलिए पंगा ही क्यों लेना .पके फलों के जूस से ब्लड सुगर इक दम से बढ़ जाती है ग्लाई -सीमिक इंडेक्स जूस का ज्यादा होता है कच्चे पक्के फलों से .
बेशक बाज़ार में देर से घूम रहें हैं और ब्लड सुगर नीचे जा रहा है जिसका मधुमेह के पुराने रोगी को इल्म हो जाता है तब और बात है ऐसे में आप कोई भी बाजारू जूस आम ,अनार ,केला कुछ भी ले सकतें हैं ताकि हाइपो -ग्लाई -सीमिया से बचा जा सके .घर भी तो आपको पहुंचना है .

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