"नाद नित नया हो "-लेफ्टिनेंट कमांडर निशांत शर्मा ,४ सी ,अनुराधा ,नोफ्रा ,कोलाबा ,मुंबई -४००-००५ ।
नव वर्ष में नव तरंग हो ,नाद नित नया हो ,
कण कण में , नव उमंग हो ,वाद्य नित नया हो ।
बीती बातें ,बिसरे किस्से ,क्यों न हम सब भूलें ,
नव पौध हो ,नव धूप हो ,खाद कुछ नया हो ।
समता, स्थिरता ,नीरसता का ,दामन अब हम छोड़ें ,
har dishaa me, jaltarang ho,unmaad kuchh nyaa ho .
apne ghar me ,man me thamtaa ,jivan ,ab kuchh badlen ,
mujhme teraa ,tujhme meraaa ,samvaad kuchh nyaa ho .
nav varsh me ,nav tarang ho ,naad nit nyaa ho ,
kan kan me nav umang ho ,vaadya nit nyaa ho .
Prastuti evm sahbhaav :virendra sharma (veerubhai ).
रविवार, 2 जनवरी 2011
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