दिस रोकी प्लेनेट इज अर्थ -लाइक इन साइज़ ,बट टू हॉट फॉर लाइफ(दीटाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,जनवरी१२ ,२०११ ,पृष्ठ २५ )।
हमारे सौर मंडल के बाहर अब तक के सबसे छोटे ज्ञात एक्सो -प्लेनेट 'केप्लर १० -बी 'का अमरीकी अन्तरिक्ष संस्था नासा ने पता लगाया है .नासा के अन्तरिक्ष अन्वेषी यान केप्लर ने इसका पता लगाया है जो पृथ्वी से
आकार के मामले में १.4 गुना बड़ा तथा अपने पेरेंट स्टार के गिर्द एक से ज्यादा बार पृथ्वी के 24 घंटों /एक दिन में घूम जाता है .जीवन केसंभव होने के लिए यह एक बहुत ही नजदीकी कक्षा कही जायेगी .यह आवास योग्य रहवास में नहीं है ,हेबिटेबिल ज़ोन में नहीं है ।
दिन का अधिकतम तापमान इस एक्सो -प्लेनेट पर १३७१ सेल्सियस के पार हो सकता है ।
यहाँ जीवन का रसायन शास्त्र कार्बन आधारित नहीं हो सकता .इतने धुर तापमानों पर आरएनए तथा डीएनए अणु अपना अस्तित्व बनाए नहीं रह सकतें हैं . zaahir hai jivan yadi huaa bhi to uskaa svroop bhaumetar ,prithvi se bhinn hogaa .Life if possible would be extra -terrestrial in form and contents .
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें