क्योंकि मधुमेह के रोगियों के मूत्र में मिठास पाई जाती है इस लिए इसे डायबिटीज़ मेलाईतस अर्थात मीठा मूत्र भी कहा जाता है .जब रक्त में शक्कर कि मात्रा (ब्लड ग्लूकोज़ )१८० या उससे भी ज्यादा मिलिग्रेम प्रति डेसीलिटर हो जाता है तब हमारी किडनियां इसे हेन्दिल नहीं कर पातीं और इसे शरीर से बाहर करने लगतीं हैं बा -रास्ता मूत्र .जब शक्कर मूत्र में आ जाती है मूत्र मीठा हो जाता है ।पेशाब पर चींटियाँ तभी आतीं है जब पेशाब मीठा हो जाता है .
अलावा इसके डायबिटीज़ का अर्थ बहना या बहाव होता है तथा मेलाईतस का अर्थ मीठा होता है ।
जब रक्त में ग्लूकोज़ की मात्रा इससे (१८० मिलिग्रेम प्रति डेसीलिटर से कमतर )रहती है तब इसे डायबिटीज़ इन्सिपि -डस कहा जाता है .
बुधवार, 26 जनवरी 2011
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