मुख के छालों में गाय की दही से बनाई छाछ के गरारे (गार्गिल )दिन में दो बार करने से आराम आयेगा ।
मैथी के काढ़े के गरारे से गले के छाले ठीक :मैथी में सूजन उतारने के गुण हैं यह स्त्रेप्तो -कोकोई इन्फेक्सन से पैदा गले की सूजन में राहत दिलवा सकती है .बस एक किलो पानी में दो चम्मच भर मैथी दाना डाल कर उबालें .बर्तन को धीमी आंच पर रखकर आधा घंटा पानी को उबलने दें .जब काढा सुहाता सुहाता गर्म रहे तब स्वच्छ कपडे से किसी दूसरे बर्तन में छान लें .इस गर्म मैथी के काढ़े को मुख में भरके कई बार गरारे करें .गले के छाले दूर हो जायेंगें .टोंसिल्स में आई सूजन में भी राहत मिलेगी .खासकर जब टोंसिल पक जाएँ म्यूकस के ज़मा हो जाने से ठीक से काम न करें तो इस प्रकार मैथी का काढा बनाकर गरारे करने से ठीक हो जातें हैं ।
मसूढ़ों में खून आने पर :मैथी दाना उबाल कर पानी के कुल्ले करने से मसूढ़ों का खून निकलना बंद होकर वे स्वस्थ हो जातें हैं .
रविवार, 23 जनवरी 2011
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें