रविवार, 30 जनवरी 2011

मुखबास (बेड ब्रेथ )से राहत के लिए .

दुर्गन्ध सनी सांस से बचने के लिए खाना खाने के बाद लॉन्ग चूसें .मुखबास दूरहोगी .कारडामाम(दाल -चीनी) भी मुख को सुगंध से भर देती है .ताम्बूल का सेवन लोग लॉन्ग के साथ करते थे .पान में चूना अधिक हो जाने पर मुह फट जाता है ,लॉन्ग (क्लोव )चूसने से आराम आता है ।
कफ़ -दुर्गन्ध /स्वास कास से राहत के लिए :लवंग मुख में रखने से आराम आता है .कफ़ ढीला होकर निकलता है .दन्त शूल दूर होता है ,दांत मज़बूत होतें हैं .अम्ल -पित्त /अम्ल -शूल एसिडिटी दूर होती है .पाचन शक्ति में इजाफा होता है .गठिये की पीड़ा दूर होती है .मुह में वात के छाले मिटते हैं ।
यदि पाचन विकार के कारण मुखबास ,मुह से दुर्गन्ध आती है आधा चम्मच सौंफ मिश्री के साथ चबाने से दूर होती है .दोनों वक्त के भोजन के बाद इसे आजमायें .सूखी खांसी में राहत मिलती है बैठी हुई आवाज़ खुल जाती है .गवैये अकसर इसका स्तेमाल करतें हैं ।
एक ग्लास पानी सुबह नीम्बू निचोड़ कर २ सप्ताह तक लगातार रोजाना कुल्ला करने से मुख दुर्गन्ध दूर हो जाती है .

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