शुक्रवार, 21 जनवरी 2011

कहीं आप जीवन शैली रोग कि ज़द में तो नहीं आते जा रहें हैं ?(ज़ारी ...)

क्या है आपका 'लिपो -प्रोटीन -प्रो -फ़ाइल '?/ब्लड लिपिड प्रो -फ़ाइल?
क्या आपका टोटल कोलेस्ट्रोल लेविल (खून में मौजूद कुल चर्बी )२००- २३९ के बीच आ रहा है .(आदर्श पाठ नहीं है ये ,२०० से नीचे १८० तक सीमित रखिये इसे .).आपके हाथ में है बेशक खानदानी वजहों का भौगोलिक पूर्व -प्रवणता का आप कुछ नहीं कर सकते ।
कोलेस्ट्रोल धमनियों की अन्दर की दीवारों को खुरदरा /संकरा/कठोर कर देता है .प्लाक जमा होने से हार्डनिंग ऑफ़ आर्ट -
रीज टेक्स प्लेस .ऐसा हो जानेपर हृदय को तथा हृदय से पूरा रक्त आपूर्ति शरीर को नहीं हो पाती .दिल के लिए ख़तरा -ए -जान है आर्टी -रियो -स्केले -रोसिस .बेशक कोलेस्ट्रोल लेविल्स का सम्बन्ध उम्र ,लिंग तथा विरासत में मिली सौगात से भी होता है ।
लक्षण :हाई -कोलेस्ट्रोल के कोई बाहरी लक्षण प्रकट -तया नहीं हैं .यदि आप ओवर वेट हैं तो निम्न का ध्यान रखिये ।
(१`)क्या आप चिकनाई बहुल भोजन लेते रहें हैं ?मोटापा खानदानी है .?आपके लिए नियमित जांच करवाना ही बचावी चिकित्सा साबित हो सकता है .जांच होने से आप जीवन शैली में ज़रूरी बदलाव ला सकतें हैं ।
ज़रूरी उपाय :कम चिकनाई वाला भोजन ही लें .तला भुना डीप फ्राइड/लाईट फ्राइड दोनों से बचें .हैद्रोजिनेतिद वेजिटेबिल आयल (ट्रांसफैट्स,मर्गरिने ) से बेकरी से बचें ,बटर, बिस्किट्स केक नहीं ।
कूकिंग मीडियम में नारियल तेल से बचें .मूंगफली /राईस ब्रानआयल /सूरज मुखी आदि से प्राप्त तेल /सरसों तेल शामिल करें ।ज़रूरी नहीं है सफोला ही हो .
फुल्का सूखा /खुश्क ही भला .पराठा ,पूरी कचौड़ी ,पानी -पूरी नहीं .लो फैट मिल्क ,चीज़ लो फैट वाला ही लें ।
मोटापा अपने साथ हाई -कोलेस्ट्रोल चिपकाए रहता है .वजन कम करें .एल डी एल घटाएं .एच डी एल कोलेस्ट्रोल बढायें,सैर करने से' एल डी एल' ही' एच डी एल' में तब्दील होने लगता है .नियमित सैर को निकलें .एक घंटा रोजाना की सैर पर्याप्त रहेगी एक साथ या टुकडा टुकडा .कुल कोलेस्ट्रोल कम करें .

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