चित्र कथा शैली में कई मर्तबा अक्षरों को एक ख़ास शैली में लिखा जाता है जो अभिनव और पढने में थोड़ी मेहनत मांगती है .साइंसदानों ने पता लगाया है वह बच्चे जिन्हें अपना पाठ याद करने में दिक्कत होती है उन्हें 'कोमिक सान्स'शैली में लिखा पाठ याद रह सकता है .शायद ऐसा इसलिए होता है क्योंकि सूचना (पाठ )संशाधन में दिमाग को ज्यादा काम करना पड़ता है और इसीलिए जो पाठ इतनी मशक्कत के बाद पढ़ा गया है वह याद रहने की संभावना बढ़ जाती है ।
इसे समझने के लिए बच्चा ज्यादा मशक्कत करता है . साइंसदान कहतें हैं 'फंकी फोंट्स हेल्प स्ट्यु -देंत्स लर्न बेटर'.फोंट्स या फिर टाइप फेस का स्टाइल जितना पढने में ज्यादा दिक्कत करेगा ,ज्यादा वक्त लेगा वह याद भी देर तक रहेगा .कोमिक सान्स में यही शैली अपनाई जाती है जो खासी मौखिक आलोचना का विषय बने रहें हैं .इससे नै सूचना को सीखने में मदद मिलती है .फॉण्ट प्रभाव जितना लेब आजमाइशों में कामयाब रहता है उतना ही क्लास रूम्स में .यही अंदाज़ छात्रों को ज्यादा मेहनत करने के लिए प्रेरित करता है .
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