विजय सार का पानी :अस्थियों कि मजबूती के लिए .
विजय सार की लकड़ी के टुकड़े कर लें या बुरादा बना लें .एक ग्लास पानी में यह टुकड़े या थोड़ा बुरादा भिगोयें ,सुबह छानकर पी जाएँ .सूरज डूबने के बाद लकड़ी भिगोयें तथा सूरज निकलने से पहले इस पानी को पी जाएँ ।
इसी प्रकार सुबह भिगोई गई लकड़ी का पानी शाम ६ बजे तक पी लें .हर बार नै लकड़ी भिगोयें .इसके नियमित सेवन से जोड़ों की कड़- कड़ बंद होती है .अस्थियाँ मजबूत होती है .
बुधवार, 26 जनवरी 2011
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