सुपरबग नोट इंविंसिबिल ,ए जेब इज ऑन दी वे(दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,जनवरी १८ ,२०११ ,पृष्ठ १९ )।
साइंसदानों ने दावा किया है जानलेवा रोग संक्रमण "एम् आर एस ए "इन्फेक्सन की काट के लिए टीका बनाने की दिशा में शुरूआती कदम रख दिए गएँ हैं .अमरीका भर में हर साल पांच लाख लोगों को अस्पताल में इस रोग संक्रमण के इलाज़ के लिए भर्ती होना पड़ता है जिनमे से १९,००० इलाज़ के बावजूद मर जातें हैं .ऐसा है एम् आर एस ए यानी मेथी -सिलिन-रेज़ीस्तेंट स्टेफी -लो -को -कास और इससे पैदा रोग संक्रमण .वास्तव में यह "स्टाफ" की ही एक ख़ास स्ट्रेन है जिसपर एंटी -बायोटिक बेअसर साबित हो रहा है इसीलिए इसे सुपर -बग कह दिया जाता है ।
बोन और जोइंट सर्जरी (अस्थि और जोड़ों की सर्जरी )के बाद अकसर लोग इस जीवाणु संक्रमण की चपेट में आ जातें हैं ।
पास्ट रिसर्चिज़ फॉर ए एमारएसए वेक्सीन हेव फेल्ड सो फार बिकोज़ ऑफ़ इनेबिलिती टू आई -डें -टी -फाई एन एजेंट देट कैन ब्रेक थ्रू दी डेडली बेक्टीरियाज यूनीक आर्मर।
यह पहली मर्तबा हुआ है अस्थि रोगों के माहिरों की एक पूरी टीम ने यूनिवर्सिटी ऑफ़ रोचेस्टर medical सेंटर में जो इसपर काम को आगे बढा रही है इसके सुरक्षा कवच को एक प्रति -पिंड ,एंटी -बॉडी की मदद तोड़कर dikhlaayaa hai .This antibody reaches beyond the microbe,s surface and can stop it from growing ,at least in mice and in cell culture .
मंगलवार, 18 जनवरी 2011
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