बर्ड्स ऑफ़ ए फीदर ?योर जींस हेल्प यु सलेक्ट फ्रेंड्स (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया,मुंबई ,जनवरी १९ ,२०११ ,पृष्ठ २३ )
कहतें हैं आदमी अपनी संगत से पहचाना जाता है .कहावत है 'चोर चोर मौसेरे भाई '.कबीर दास ने कहा है :अच्छों को अच्छे मिलें ,मिलें नीच को नीच
पानी से पानी मिले ,और मिले कीच से कीच ।
विज्ञान कहता है आपकी दोस्ती का आधार आपकी जीवन की बुनियादी ईंटें (जींस )तय करतीं हैं .दुर्गुण आदमी को खींचता है ,गुण छिट्कातें हैं .आदमी गंदगी की तरफ जल्दी जाता है .हमजोलियों में जीन साम्य देखा जा सकता है ।
आपकी खानदानी विरासत ,जीवन इकाइयों का समुच्चय ,कोम्बिनेशन कमो- बेश तय करता है आपकी दोस्ती किसके साथ होती है ,होनी है .अब ये और बात है ,दोस्ती गाढ़ी हो जाने के बाद दोस्त भी कोई कम प्रभाव नहीं छोड़ते ।
कई मर्तबा देखने में यह भी आयेगा -अपोज़िट्स अट्रेक्त.विपरीत प्रकृति स्वभाव के लोग एक दूसरे के निकट खींचे चले आते हैं .और कई दफा सम स्वाभावि सम -भावी बन जातें हैं .स्वभाव की समानता आधार बनती है आकर्षण का ।
दोस्ती के आनुवंशिक आधार की पड़ताल इधर केलिफोर्निया विश्व विद्यालय के रिसर्च दानों ने की है .उपर्युक्त सभी संभावनाओं को खंगाला गया है ।
इस एवज जेनेटिक मार्कर्स की ,जीनो -टाइप्स की (कोम्बिनेशन ऑफ़ जींस इन ए लिविंग पर्सन ) की ६ जीवन इकाइयों में पड़ताल की गई .पता लगाया गया कितनी बार यह दोस्तों में समान तौर पर,यकसां देखने को मिलतें हैं ।
दो उदाहरण साफ़ तौर पर उभर कर आये ।
(१)बर्ड्स ऑफ़ ए फीदर फ्लोक टुगेदर .यानी एक से स्वभाव वाले लोगों में दोस्ती होती है ।समान जीन मार्कर्स होतें हैं .
(२)अपोज़िट्स अट्रेक्त .यानी विपरीत स्वभाव के लोगों में परस्पर आकर्षण देखा जाता है ।
पहले में एक जीवन इकाई 'डी आर डी २ 'का एक वेरिएंट समान रूप से दोस्तों में देखने में आया .एल्कोहलिज्म का सम्बन्ध इसी जीन वेरिएंट से होता है .दोस्ती उनमे भी थी जिनमे यह मारकर मौजूद था या वे लोग आपस में दोस्त थे जिनमे यह नदारद था ।
एक जीवन इकाई होती है 'सी वाई पी २ ए ६ "इसी का एक संस्करण होता है जिसका सम्बन्ध 'ओपन 'पर्सनेलिटी लोगों से होता है .यानी एक दम से मुह फट ,खुली किताब ,पारदर्शी लोग .इसके मामले में उन लोगों में यारी देखी गई जिनमे से एक दोस्त में यह था दूसरे में नदारद था .यानी 'अपोजिट अशोशियेसन ।
प्रोसीडिंग्स ऑफ़ नेशनल एकादेमिओफ़ साइंसिज़ में यह तमाम अन्वेषण दर्ज़ हैं प्रकाशित हैं ।
इसका मतलब यह हुआ आदमी के स्वभाव के विकास में जीवन इकाइयों के अलावा यार दोस्तों का भी हाथ होता है यानी नेचर एंड फ्रेंडशिप इवोल ए पर्सन .
बुधवार, 19 जनवरी 2011
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