केमिल मिल्क ,यूरिन टू ट्रीट कैंसर ? न्यू ड्रग दिव्लप्द बाई अरब एक्सपर्ट्स प्रूव्ज़ १००%सक्सेसफुल इन माइस(दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,जनवरी १३ ,२०११ ,पृष्ठ १९ )।
अरबी रिसर्चदान ऊंटनी के दूध और मूत्र से एक ऐसा मेडिकल फोर्म्युला खोज लेने का दावा कर रहें हैं जिससे कैंसर को साधा जा सकता है ।
अरब बायो -टेक्नोलोजी कम्पनी के रिसर्च दान इसे माइस पर कामयाबी पूर्वक (१००%कामयाबी )के साथ आज़मालेने की बात कह रहें हैं .रिसर्च -दानों के अनुसार ऊँट का रोग प्रति -रोधी तंत्र इस नुश्खे को लेने के बाद लगातार संजीवन प्राप्त कर रहा था .जिसे अब तक का सबसे ज्यादा ताकतवर इम्यून सिस्टम माना समझा जा सकता है ।
जिन लेब माइस पर इस नुश्खे को आजमाया गया है वह ६ माह बाद भी स्वस्थ चूहों की तरह व्यवहार कर रहें हैं .इस नुश्खे को स्मार्ट सेल्स से संपुष्ट किया गया है .यह कोशिकाएं कैंसर सेल्स में मौजूद विषाक्त पदार्थों को नष्ट कर देतीं हैं .इस दवा के कोई पार्श्व प्रभाव भी सामने नहीं आयें हैं ।
इस दवा को केमिल मिल्क तथा केमिल यूरिनके योग से ही तैयार किया गया है जिसकी आज़माइश माइस पर करली गईं हैं मनुष्यों पर अभी की जानी हैं .अरब साइंस एंड टेक्नोलोजी के मुखिया अबदल्ला अल्नाज्जर इसे लेकर खासे उत्साहित हैं .शारजाह विश्विद्यालय से इन आजमाइशों की शुरुआत हुई है .अध्ययन की आज़माइश कैंसर संस्थान बग़दाद में संपन्न होंगीं ।
आलमी स्तर पर कैंसर ६० लाख लोगों की हर साल जान ले लेता है .अरब कैंसर नियंत्रण संघ के मुताबिक़ हृद और संचारी रोगों केर बाद कैंसर अरब दुनिया के लिए भी मौत की दूसरी बड़ी वजह बना हुआ है .एक लाख के पीछे १००-१५० लोग रोग संक्रमित हो रहें हैं .हर साल इसमें २१३%की बढ़ोतरी हो रही है .रिसर्चरों ने इम्यून सिस्टम को कुछ ख़ास खाद्य श्रृंखला अपनाने स्वीकार कर लेने के लिए दोबारा से प्रोग्रेम किया है ।
फिलवक्त इस मेडिकल फोर्म्युला से ब्लड कैंसर (ल्यूकेमिया )का इलाज़ किया जा रहा है .लंग लीवर और ब्रेस्ट कैंसर पर भी इसे आजमाया जाएगा .
गुरुवार, 13 जनवरी 2011
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