गुणकारी मैथी और करेला :
(१)मैथी की भूजी/साग मधुमेह में लाभदायक है .मैथी दाना भी उतना ही असरकारी है जिसे अंकुरित करके भी खाया जाता है .पानी में रात भर भिगोकर सुबह उबालकर उसका पानी भी पीया जाता है छानकर या मिक्सी में ग्राउंड करके ।
(२)करेले में कीटाणु नाशक तत्व मौजूद हैं जो रक्त से अवांछित पदार्थ निकाल बाहर करतें हैं .इसमें विटामिन -सी की अतिरिक्त मौजूदगी (लोडिंग )मधुमेह में लाभदायक समझी गई है ।
(३)सबसे उत्तम है ताज़े करेले का रस जिसकी शुरुआअत नित्य सुबह एक चम्मच रस से कर सकतें हैं ।
(४)करेले को उबालकर इसका रस फ्रिज में शीशी में करके भंडारित कर सकतें हैं .एक दिन में आधा ग्लास रस काफी है .पेट भी साफ रहता है ,रक्त भी ,ब्लड सुगर के विनियमन में भी असरकारी है ।
(४)हरा करेला छोटे छोटे टुकड़े करके छाया में सुखालिया जाए .सूख जाने पर इन्हें ग्राउंड कर लिया जाए .बारीक कपडे में छानकर रख लें .एक चम्मच करेला पाउडर सुबह शाम खाने के बाद लें .(५)ऑफ़ सीज़न में भी काम आयेगा यह चूर्ण ।
(६)वायु और पित्त के रोग में भी लाभकारी है करेला .खुजली एवं इतर चर्मरोगों में भी मुफीद पाया गया है .रक्त से तोक्सिंस(विषाक्त अवांछित पदार्थ ) निकाल बाहर करता हैकरेला .
शनिवार, 29 जनवरी 2011
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें