आखिर सर्कस कैसे चलन में आया और मनोरंजन का ज़रिया बना ?प्राचीन मिश्र तक जाता है सर्कस का इतिहास .जब सेनायें दूरदराज़ के इलाके साम्राज्य के तहत जीतकर लौटतीं थीं ,अपने साथ मनोरम पशु भी ले आतीं थीं .इनसे भीड़ का मनोरंजन करतीं थीं ।
एक सर्किल एक रिंग में एक घेरे में तमाम करतब दिखलाए जाने लगे .कलाबाजी से लेकर जादूगरी तक .बस सर्किल से सर्कस शब्द चल निकला .धीरे -धीरे इसमें तमाम तरह के खतरनाक खेल तमाशे जुड़ने लगे .
रविवार, 30 जनवरी 2011
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