सोमवार, 17 जनवरी 2011

मुहब्बत ज़िंदा रहती है मुहब्बत मर नहीं सकती ...

मिथ बस्तिड:फॉर मेरिड कपल्स ,लव लास्ट्स फॉर ईयर्स (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,जनवरी १७ ,२०११ ,पृष्ठ २१ )।
मिथ यही है हर सम्बन्ध का एक हनी मून पीरियड होता है पति -पत्नी हों या प्रेमी -प्रेमिका प्रेम का उफान थमता है उतरता है .अब पता चला है यह भ्रम है यथार्थ नहीं .यथार्थ यह है जहां प्रेम है तहे दिल से दिलोजान से वह वक्त के साथ छीजता नहीं है पल्लवित ही होता है .मुहब्बत ज़िंदा रहती है मुहब्बत मर नहीं सकती ।
साइंसदानों ने पता लगाया है -व्हाइल गेजिंग अट ए फोटो ऑफ़ देयर बिलाविड दी ब्रैनस ऑफ़ कपल्स मैरीड फॉर १० ईयर्स ऑर मोर वर फाउंड टू लाईट अप सिमिलारली टू स्केन्स ऑफ़ न्यूली इन -लव कपल्स ।
अध्ययन में शामिल १० औरतों और ७ मर्दों के फंक्शनल ब्रेन स्केन्स उस समय लिए गए जब उन्हें अपने प्रेम पात्र /नजदीकी /लंगोटिया यार ,लॉन्ग टर्म फ्रेंड ,तथा दीर्घावधि जान पहचान वालों के फोटो -ग्रेफ्स दिखलाए गए .दिमाग के दो हिस्से उस समय ख़ास तौर पर रोशन हुए जब उन्हें अपने जीवन साथी के चित्र दिखलाए गये ।
यह अध्ययन ऑन लाइन जर्नल 'सोसल कोगनिटिव एंड अफेक्तिव न्यूरो -साइंस में प्रकाशित हुआ है ।
दी १७ स्टडी पार्तिशिपेंट्स वर नोट जस्ट हेपिली मैरीड .दीज़ वर स्पाउसिज़ हू कुड नोट कीप देयर हेंड्स ऑफ़ ईच अदर इविन दो दे हेड बीन मैरीड फॉर मोर देन २१ ईयर्स ,ऑन अवरेज ."दे टोल्ड अस थिंग्स लाइक ,'वी ड्राइव अवर फ्रेंड्स क्रेजी .वी आर आल ओवर ईच अदर ,"-सेड अरों वन ऑफ़ दी ऑथर ऑफ़ दी स्टडी ,प्रोफ़ेसर ऑफ़ साइकोलोजी स्टोनी ब्रुक यूनिवर्सिटी ,न्यू -योर्क .

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