शुक्रवार, 2 जुलाई 2010

किलर व्हेल्स दे सकतीं हैं विकासक्रम में मिनोपौज़ का ज़वाब ....

व्हेल स्टडी हिंट्स एट मिनोपौज़ ओरिजिन (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,जुलाई ०२ ,२०१० )।

स्तन- पाइयों में औरतों केअलावा किलर व्हेल्स और पायलट व्हेल्स भी प्रोढ़ -अवस्था में प्रजनन क्षम नहीं रह जातीं हैं ,रजस्वला (मिनोपौज़ल )हो जातीं हैं .विकास क्रम में ऐसा क्यों होता है एक नवीन अध्धय्यन से इस पर रौशनी पड़ सकती है ।
अध्धययन रुफुस जोह्न्स्तोने (कैम्ब्रिज विश्व -विद्यालय )तथा मिचेल कांत (एक्सेटर विष -विद्यालय ) जैव -विदों ने प्रस्तुत किया है .बतलाया गया है ,उम्र दराज़ होते जाने के क्रम में तीनों प्रजातियों की मादाएं आनुवंशिक तौर पर अपने बुजुर्गों जैसी हो जातीं हैं .ऐसे में बुजुर्ग मादाएं इनकी भरपूर हिफाज़त और संभाल करने को प्रेरित हो जातीं हैं .इनके सर्वाइवल केलिए वह सब कुछ करने को तत्पर रहतीं हैं ।कहतें हैं ना "संग का रंग चढ़ता है "
ये दादी माँ के रोल me aa जातीं हैं .विकास क्रम में प्रजनन का रोल युवा मादाओं कोमिलता जाता है .साथ में मिलता है दादी माँ का तजुर्बा लाड चाव ।
रोयल सोसायटी -बी की प्रो -सिदिंग्स में यह अध्धय्यन prakaashit huaa है .रजो -निवृत्ति के उद्भव और विकास
की यही संभव कहानी है .

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