"आईस्ड टी अप्स रिस्क ऑफ़ किडनी स्टोंस "(दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,जुलाई २२ ,२०१० )।
एक यूरोलोजिस्ट ने आईस्ड टी के शौकीनों को चेताया है ,इसका ज़रुरत से ज्यादा सेवन किडनी स्टोंस के खतरे के वजन को बढा सकता है ।
दरअसल इस स्वाद से भरपूर फ्लेवर टी में ओग्ज़लेट्स की लोडिंग हैं .ओग्ज़लेट्स का प्राचुर्य है .यही वह ख़ास रसायन है जो गुर्दे की पथरी को प्रेसिपितेत करने में ,पथरी की नींव रखने में विधाई भूमिका निभाता है ,बेशक कसूरवार कई और केमिकल्स भी हैं ।
बेशक गरम चाय के प्याले में भी ओग्ज़लेट हैं लेकिन गरम चाय आप एक बार में एक कप ही तो पीतें हैं ,मेगा -क्वान्टिटी में नहीं .
लोयोला विश्वविद्यालय, शिकागो के स्त्रित्च स्कूल ऑफ़ मेडिसन ,मेय्वुद ,इलिनॉय के युरोलोजी विभाग के सहायक प्रोफ़ेसर जॉन मिलनेर ने इस रिसर्च को आगे बढाया है ।
सन्दर्भ -सामिग्री :-आईस्ड टी अप्स रिस्क ऑफ़ किडनी स्टोंस ,दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,जुलाई २२ ,२०१०
गुरुवार, 22 जुलाई 2010
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