हमारी त्वचा एक कुदरती जैव -विद्युत् के तहत पडोसी कोशाओं के साथ सम्प्रेषण ,संवाद करती है .कोशाओं को उत्प्रेरण प्रदान करने के अलावा टूट फूट की मुरम्मत का काम भी अंजाम देती है ,पुनर -उत्पादन भी करती है कोशाओं का .अलबत्ता जवानी के दिनों में यह जैव विद्युतसम्प्रेषण अपेक्षाकृत शक्ति शाली होता है लेकिन उम्र के साथ जैव विद्युत् की शक्ति भी क्षीण होने लगती है .नतीज़ा होता है झुर्रियां ,शिकन भरा चेहरा ।
इसी अवधारणा का सहारा लिया है अमरीकी फर्म जोहन्सन एंड जोहन्सन के साइंसदानों ने .जैव -विद्युत् ऊर्जा को व्यवस्थित किया है एक पोट में ।
न्यू -स्किन हाई टेक क्रीम जिसे इसीलिए इलेक्ट्रिक क्रीम कहा जा रहा है जैव -विद्युत् के रूप में अति -सूक्ष्म परिमाण वाले "माइक्रो -करेंट्स "के सहारे ही चेहरे की पेशियों को लिफ्ट कर न्यू -कोलाजन को उत्तेजन प्रदान करेगी ,ताकत देगी अनुप्राणित करेगी .संपुष्ट करेगी .सौन्दर्य सचेत लोगों को अब चेहरे की झुर्रियों की चिंता में अन्दर अन्दर दुखी होने की ज़रुरत नहीं पड़ेगी .परम्परा गत इलेक्ट्रिकल फेसलिफ्टिंग ट्रीटमेंट भी इसी तरह असर दिखलाता है ।
दोनों का मकसद चमड़ी में नए प्राण फूंकना है ,जान डालना है ढीली ढाली पड़ी चमड़ी में .कसाव देना है चेहरे की पेशियों को .कोलाजन को नै ताकत देना है .ताकि चेहरा स्पोट लेस दिखे ,उम्र के निशाँ ही मिटादेगी यह इलेक्ट्रिकल क्रीम ऐसा कम्पनी का दावा है ।
बुढाती त्वचा मेंकोशाओं में परस्पर जैव -विद्युत् सम्प्रेषण छीजते चले जाने की पुष्टि की गई है .दीज़ चेंज़िज़ मे अफेक्ट बेलेंस ऑफ़ हेल्दी टर्नओवर इन स्किन ,रिज़ल्टिंग इन विजिबिल साइंस ऑफ़ एजिंग लाइक रिन्किल्स .यही विचार व्यक्त किया है चर्म-रोग चिकित्सा के माहिर जाने खोय्री ने ।
सन्दर्भ -सामिग्री :-नाओ ,"इलेक्ट्रिक "क्रीम ज़ेप्स रिन्किल्स (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,जुलाई २०,२०१० .)
मंगलवार, 20 जुलाई 2010
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