सेक्स एपिसोड का एक अंग है "फॉर -प्ले '"यानी रोटी सेकने के लिए तवा तैयार करना .दूसरा है "प्ले -एक्टिंग ",दोनों का अपना महत्व है .कुछ औरत -मर्दुओं को चीखने चिल्लाने की आदत होती है "मैथुन क्रिया "के संग .लेकिन यहाँ -हाय -हाय और सी -सी का मतलब वह नहीं है जो आप समझ रहें हैं ।
"सी -सी "करके मरू मैं .....अरे साहिब कौन मरता है किसी की आईमे ।
किसी ने सही कहाहै -जब तबियत किसी पे आती है ,मौत के दिन करीब होतें हैं ।
सेक्स -कर्म के दौरान यकायक चीखना तेज़ी के साथ ,कराहना ,सी -सी करना .आप को भड़का ,मनमाना करवाना है .घोड़े की दुलकी चाल बढवाना है .कमान अपने हाथ में लेना है .चतुराई से खुद ड्राइवर और अपने पार्टनर को सवारी बना लेना है ,ड्रिवेनबॉडी बना लेना है .फेक है सारा सौदा .फिर भी है बड़े काम की चीज़ ।
थके मांदे पुरुष को तेज़ी के लिए प्रेरित भी करना है .उम्मीद बंधाना है ."डटे रहो अच्छा कर रहे हो .घोड़े को एड लगाने की तरह होता है यह वोकेलाईज़ेसन ,नकली अनुभव ,को असली शब्दों का जामा पहनाना ।
प्ले -एक्टिंग (वोकेलाईज़ेसन )के बारे में यही कहना है "यूं के "(युनाईतिद किंडम )के रिसर्चरों का .आर्काइव्ज़ ऑफ़ सेक्स्युअल बिहेवियर में इस अध्धय्यन के नतीजे प्रकाशित हुए हैं ।
एक पोल में १८ -४८ साला ७१ महिलाओं को इंटरव्यू किया गया .पूछा गया उनसे इस वोकेलाईज़ेसन का मतलब ।
पूछा गया -क्या इस सी -सी ,हुई ऊई का अर्थ कामोत्तेजना का शिखर है ?ओर्गेस्म है ?
क्या वेजिनल कोंत्रेक्सन है ?(यही ओर्गेस्म है ज़नाब ,सच -मुच का योनी संकुचन ,लेकिन होता कहाँ है )।
सही ज़वाब दिया गया कुछ यूं -यह मेल इजेक्युलेसन को उकसाना है ,पुरुष को काम -शिखर पर ले जाना है ,प्रोत्साहित करना है .आखिर दफ्तर से ऊर्जा शून्य होकर लौटा है .(और भी गम है ज़माने में मोहब्बत के सिवाय ,राहतें और भीहैं वस्ल की राहत के सिवाय ,मेरे महबूब मुझसे पहली सी मोहब्बत ना मांग ।)
२५ फीसद ने माना वह ऐसा "ओर्गेस्म "का स्वांग भरने के लिए करती हैं .९० फीसद मामलों में वह ऐसा तब करती हैं जब उन्हें पता होता हैं ,ओर्गेस्म नहीं होगा .चलो "मैथुन शीर्ष "का स्वांग ही सही ।
सन्दर्भ -सामिग्री :-इन बेड ,वोमेन ,ज मोन्स एंड ग्रोंस मोस्टली फेक (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,केपिटल एडिसन ,टाइम -ट्रेंड्स ,पृष्ठ १९ ).
शुक्रवार, 2 जुलाई 2010
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें