यूओर सेल इज १८ टाइम्स डर्टीअर देन ए टॉयलिट्स फ्लश हेंडिल (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,जुलाई ,२९ ,२०१० )।
एक नवीन अध्धय्यन से पता चला है टॉयलेट हेंडिल से १८ गुना ज्यादा खतरनाक ज़रासीम्स (जर्म्स ,पैथोजंस ,रोगकारकों )से सना रहता है आपका सेल फोन ।
ब्रितानी माहिरों ने अपने एक अध्धय्यन में अनेक हेंड सेटों काअध्धय्यन विश्लेसन करने के बाद बतलाया है इनमे से तकरीबन एक चौथाई टी वी सी बेक- टीरिया की स्वीकृत सीमा से १० गुना ज्यादा बेक्टीरिया संजोये हुए थे ।
टी वी सी का मतलब है टोटल वायेबिल काउंट .यह मात्रात्मक अंदाजा देता है आपको माइक्रो -ओर्गेनिज्म (तमाम तरह के रोगकारक जीवाणु ,यीस्ट(खमीर ),फंगस आदि )की मौजूदगी का ।
टी वी सी का अतिरिक्त रूप से बढा हुआ स्तर खुद आपकी पर्सनल हाइजीन का कच्चा चिठ्ठा प्रस्तुत करता है ,बतलाता है कितने स्वास्थ्य सचेत हैं आप ,स्वास्थ्य विज्ञान के प्रति कितने खबरदार हैं आप ?कैसा है आपका साफ़ सफाई के प्रति रख रखाव ?दूसरे कीटाणुओं को पनपने का मौक़ा तो यह पूअर हाइजीन देती ही है आपकी आपके सेल फोन की ।
व्हिच मैगजीन के लिए किये गए इस अध्धय्यन में एक सेल फोन में जीवाणु का स्तर इस कदर बढा हुआ पाया गया ,जो गंभीर उदर -परेशानी ,सीरियस स्टमक अपसेट के लिए काफी था ।
३० सेल फोन्स के इस सर्वे में एक बात साफ़ हुई है ,कुल ६ करोड़ तीस लाख सेल फोन्स में से जोफिलवक्त अकेले ब्रिटेन में ही चलन में हैं कमसे कम एक करोड़ सैंतालिस लाख (१ ,४७ ,०० ,००० )सेहत के लिए गंभीर ख़तरा बने हैं .यह परिदृश्य अकेला ब्रिटेन प्रस्तुत करता है .बाकी का कौन हवाल ?
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