(गत पोस्ट से आगे ,ज़ारी ....)
अब कृत्रिम बुद्धि चालित ऐसे रोबो सर्जन तैयार कर लिए गयें हैं (बेशक व्यवहार साध्य अध्धय्यनों और आजमाइशों से गुज़र रहें हैं )जो ना सिर्फ मेन-मेड एवं फैंटम लीस्ज़न(चोट ,घाव ,क्षत आदि ) में अंतर कर लेतें हैं घाव तक वांछित औज़ार को पहुंचाकर कई नामूने(साम्पिल्स ) उठा सकतें हैं .कह सकतें हैं यह मार्च है -ऑटोनोमस -रोबोट्स की दिशा में .पहला कदम उठा लिया गया है .कई साधारण चिकित्सा कर सकेंगें ऐसे यंत्र मानव बिना डॉक्टरी मदद के ।
"वी हेव शोन देट दी रोबोट कैन साम्पिल अप टू ८ डिफरेंट स्पोट्स इन सिम्युलेतिद ह्यूमेन प्रोस्टेट टिस्यू "सैड कैचेंग लिंग ,ए ड्यूक साइंटिस्ट एंड ए मेंबर ऑफ़ दी रिसर्च टीम .(पी टी आई )
सन्दर्भ -सामिग्री :-गाइदिद बाई ए आई ,रोबोट्स टू ओपरेट विदाउट डॉक्टर्स हेल्प (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,जुलाई २२ ,२०१० )
गुरुवार, 22 जुलाई 2010
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