मानो चाहे ना मानो लॉन्ग रिंग फिंगर आगाह कर सकती है भविष्य में होने वाले प्रोस्टेट कैंसर के प्रति .दक्षिण कोरियाई डॉ अपनी इस बात पर कायम हैं ।
मूत्र विज्ञान के ब्रितानी विज्ञान प्रपत्र "युरोलोजी "में प्रकाशित एक अध्धय्यन के मुताबिक़ जिन लोगों के सीधे हाथ की रिंग फिंगर तर्जनी (अंगुष्ठ ,अंगूठे के बराबर वाली ऊंगली जिससे आप किसी की तरफ इशारा करतें हैं ,ऊंगली उठातें हैं )से बड़ी होती है उनके लिए प्रोस्टेट कैंसर के खतरे का वजन तीन गुना से भी ज्यादा बढ़ जाता है ,.बरक्स उनके जिनकी रिंग फिंगर तर्जनी के ही बराबर होती है या फिर जरा सी ही बड़ी होती है तर्जनी से .
बाद वाले लोगों के लिए प्रोस्टेट का ख़तरा कमतर ही रहता है ।
लम्बी रिंग फिंगर वाले लोगों में एक प्रोस्टेट स्पेसिफिक एन्तिज़ंन का स्तर बढ़ा हुआ पाया गया है .खासकर उनमे जिनके सीधे हाथ की रिंग फिंगर बड़ी है तर्जनी से ।
कभी कभार उनके रक्त में भी यह एन्तिज़ंन बढ़ा हुआ पाया जाता है जो कैंसर ग्रस्त होतें हैं ।
अध्धय्यन में ख़ास तौर पर सीधे हाथ पर ही गौर किया गया क्योंकि इसी हाथ की रिंग फिंगर और तर्जनी में ज्यादा अंतर पाया जाता है उलटे हाथ की रिंग फिंगर और फॉर -फिंगर में उतना अंतर नहीं होता है .गर्भस्थ शिशु की यही ऊंगली गर्भ में होने वाले हारमोन बदलाव के प्रति ज्यादा संवेदी रहती है ।
गचों यूनिवर्सिटी गिल हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने भी इसकी पुष्टि की है ।
सन्दर्भ -सामिग्री :-लॉन्ग रिंग फिंगर पॉइंट्स टू प्रोस्टेट कैंसर रिस्क (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,जुलाई २२ ,२०१० )
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