नासा के अन्तरिक्ष केप्लर अन्वेषी ने ७०६ भावी ग्रहों एवं ५ नए सौर मंडलों का पता लगाया है .अब तक इस अन्वेषी ने डेढ़ लाख से भी ज्यादा सितारों का अध्धय्यन कर जो आंकडें पृथ्वी पर स्थापित केन्द्रों को भेजें हैं उनसे साफ़ है इनमे से प्रत्येक के कमसे कम दो या दो से अधिक तो ग्रह होंगें ही जो पृथ्वी की मानिंद अपने अपने पेरेंट सितारे की परिक्रमा कर रहें हैं .इनमे से कई पृथ्वी के सहोदर से ही लगतें हैं .
इनमे से तकरीबन १४० पृथ्वी की ही मानिंद चट्टानी हैं ,जहां जल और स्थल दोनों हैं .इन परिस्थितियों में जीवन के आदि प्रारूप के विकसित होने की संभावना से इनकार करना मुश्किल लगता है ।
खगोल विज्ञानी बेहद उत्सुक हैं यह जानने समझने के लिए क्या हमारे सौर मंडल से और भी सितारे बहुग्रहीय प्रणालियाँ भी अन्यत्र मौजूद हैं ?जहां पृथ्वी जैसे ही जीव रूप ,पृथ्वी जैसा ही जीवन पैदा होने की संभावना मौजूद हो ?
यह नतीजे केप्लर मिशन के शुरूआती ६ हफ़्तों के अध्धयन का सार हैं .(ज़ारी )
सोमवार, 26 जुलाई 2010
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1 टिप्पणी:
जीवन पृथ्वी के सिवा और भी है, बस उसे जानना शेष है।
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