सुपर - स्ट्रोंग पैन -किलर फ्रॉम स्नेल स्पिट(दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,जुलाई ३१ ,२०१० ,पृष्ठ ,१९ )
साइंसदानों ने घोंघे की लार से एक असरकारी दर्द -हारी दवा(एनलजेसिक ) तैयार कर लेने की बाबत बतलाया है .समझा जाता है अपनी लार में मौजूद एक रसायन का स्तेमाल मरीन कोनस्नेल अपने शिकार को उलझाकर पकड़ने में करतें हैं .इसे मोर्फीन की तरहएक असरकारी दर्द नाशक लेकिन नॉन -एडिक्टिव पाया गया है .दरअसल इसकी लार में पेप्टाइड टोक्सीन्स की खतरनाक मात्रा मौजूद रहती है .यही इस रफ्ता रफ्ता रेंगने चलने वालेसमुद्री जीवके शिकार को उलझाकर पकड़वाने में सहायक सिद्ध होती है .अपने सुईनुमा दांतों की मार्फ़त ही यह अपने नज़दीक से गुजरने वाले जीवों को दांत गढ़ाकर उनके शरीर में लार इंजेक्ट करदेतें हैं .यही लार यह उगलते रहते हैं .इसी में मौजूद एक रसायन से साइंसदान एक असरकारी सुपर -स्ट्रोंग दर्द नाशक बनाने में कामयाब रहें हैं .अलबत्ता इसे सीधे सीधे मनुष्य की स्पाइन(रीढ़ ) में ही इंजेक्ट करके पहुंचाना पड़ता है जो इसके स्तेमालकी मात्रा को सीमित कर देता है .
शनिवार, 31 जुलाई 2010
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