अब तक डॉक्टरी मदद से ही रोबोट सर्जरी में सहायक की भूमिका में थे आने वाले कल में बिचौलिये डॉ का पत्ता कट सकता है .व्यवहार साध्य अध्धय्यनों से कुछ ऐसा ही संकेत मिल रहा है ।
ड्यूक विश्वविद्यालय के जैव -इंजीनीयर्स ने फिज़ेबिलिती अध्धय्यनों (व्यवहार साध्य स्टडीज़ )के बाद बतलाया है ऐसे कृत्रिम बुद्धि चालित "कृत्रिम मानव "तैयार कर लिए गए हैं जो सिम्युलेतिद ह्यूमेन ओर्गेंस में से "मेन- मेड" तथा "फैंटम ओर्गेंस "को अलग बतला देतें हैं ।
आप जानतें हैं चिकित्सा विज्ञान "फैंटम प्रेगनेंसी "फैंटम इलनेस 'का भी ज़िक्र करता है जब महिला गर्भ वती ना होते हुए भी खुद को गर्भ वती माने समझे रहती है .स्वस्थ व्यक्ति खुद को बीमार माने रहता है ।
प्रसंग पर लौटतें हैं .
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