बुधवार, 7 जुलाई 2010

डिवोर्स का वायरस कफ और कोल्ड सा छुतहा है ...

डिवोर्स भी एक छुतहा रोग है जो तलाक शुदा से उसके दोस्तों ,सहकर्मियों ,परिवार के दूसरे सदस्यों को असर ग्रस्त बना उनके आत्म विशवास को दगा दे सकता है .कहतें हैं ना ,संग का रंग चढ़ता है .ऐसे तलाक शुदा जोड़ों से दूरी ही भली ।
एक डोमिनो -इफेक्ट की तरह व्यापता है .तलाक.यहाँ एक घटना एक के बाद एक श्रृंखला बद्ध हो अन्य वैसी ही घटनाओं की वजह बनती चली जाती है ।
मसलन यदि आपके दोस्त का तलाक हो गया है ,आपके लिए भी इसका ७५ फीसद जोखिम बढ़ जाएगा .और अगर आपके किसी दोस्त के भी दोस्त का सम्बन्ध टूटा है ,आपके लिए तब भी ३३ फीसद ख़तरा बढ़ जाएगा ।
अलबत्ता दोस्त के दोस्त के भी दोस्त तक आते आते यानी एट थ्री डिग्री ऑफ़ सेप्रेसन पर ख़तरा समाप्त हो जाएगा ।
भले ही आपका दोस्त किसी दूर नगरिया जा बसा हो ,उसके दिवोर्सी होते ही आपके लिए डिवोर्स के खतरे का वजन ७५ फीसद बढ़ जाएगा .पारिवारिक सदस्यों ,आपके सहकर्मियों का तलाक शुदा हो जाना भी आपको असर ग्रस्त बनाता है ।
साइंसदानों के मुताबिक़ आपके परिचय और प्रगाढ़ता के दायरे में जितने ज्यादा तलाक शुदा साथी -संगी होंगे उतना ही विपरीत प्रभाव आपके दाम्पत्य पर पड़ेगा भले ही आप बाल -बच्चे -दार हों ।
यह घटना प्रकाश में उस समय आई जबनोर्थ लन्दन स्थित 'प्रिम्रोसे हिल सेट 'से एक एक करके सारे नाम -चीन जोड़े (सेलेब्रिटीज )जुदा हो गए .कुछ के नाम यूं हैं :सदी फ्रोस्ट और जुड़े . लव ,पतस्य केंसित और लीं गल्लाघेर ,मग मठेव्स ,नोएल गल्लाघेर .आज इनमे से कोई किसी के साथ नहीं है ।
अमरीकन रिसर्चरों ने इसे "डिवोर्स क्लस्टरिंग ".
अन्तरंग मित्र का तलाक की गिरिफ्त में आना बड़े दुष्प्रभाव छोड़ता है ,भले ही बीच में बच्चे भी शुमार हों .तलाक का विषाणु घात लगाए बैठा रहता है ।आपके अपने दाम्पत्य संबंधों तक यह आग पहुँचती है .
सन्दर्भ -सामिग्री :-ला -इक ए कोल्ड ,यु केंन ईविंन केच डिवोर्स फ्रॉम फ्रेंड्स (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,जुलाई ६ ,२०१० ,पृष्ठ १५ ,केपिटल एडिसन ,नै -दिल्ली )

कोई टिप्पणी नहीं: