जोड़ों के आबंधों (उपास्थियों ) को ,कार्तिलेज़िज़ को घिसा कर नाकारा बनादेने वाले रोग आस्तियो -आर्थ्राइतिस के इलाज़ के लिए कीले यूनिवर्सिटी के साइंसदान मरीज़ की ही अस्थि -मज्जा से ली गई कलम -कोशिकाओं को असरग्रस्त इन्फेक्तिद जोड़ तक पहुंचाकर क्षतिग्रस्त उपास्थि को दुरुस्त कर लेना चाहतें हैं ,कार्तिलेज़ ऋ -ग्रोथ करके ।
जोड़ों के असह्य दर्द और और मरम्मत के लिए उम्मीद बंधी है ।
स्टेम सेल थिरेपी फॉर आर्थ्राइतिस (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,जुलाई १४ ,२०१० )
औस्तियो -आर्थ्राइतिस :-ईट इज ए फॉर्म ऑफ़ आर्थ्राइतिस करेक्तराइज़्द बाई ग्रेज्युअल लोस ऑफ़ कार्तिलेज़ ऑफ़ दी जोइंट्स ,युज्युअली अफेक्तिंग पीपल आफ्टर मिडिल एज .जोड़ों का दर्द जोड़ों की सूजन बुढापे का सरदर्द बन जाती है .इसे संधिवात या गठिया भी कह दिया जाता है .जो एक जनरल टर्म है ,आम -फ़हम प्रयोग है ।
र्ह्युमेतिक (र्युमेतिक आर्थ्राइतिस )इससे जुदा है ।
र्यूमेतिक आर्थ्राइतिस को र्हयूमेतिज्मभी कह दिया जाता है ,रियूमेतोइड आर्थ्राइतिस भी .ईट इज ए क्रोनिक डिजीज ऑफ़ दी जोइंट्स देत कौज़िज़ स्टिफ -नेस ,स्वेलिंग ,वीकनेस ,लोस ऑफ़ मोबिलिटी एंड इवेंच्युअल देस्त्रक्शन एंड दिफोर्मिति ऑफ़ दी जोइंट्स .र्यूमेतिज्म इज एनी पेनफुल कंडीशन ऑफ़ दी जोइंट्स ऑर मसल्स देत इज नात काज्ड बाई इन्फेक्सन आर इंजरी .
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