मंगलवार, 13 जुलाई 2010

आंगिक कैंसरों को बढ़ने से रोकने के लिए टीका .....

नाओ ,ए ज़ेब तू स्टॉप कैंसर इन ट्रेक्स (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,जुलाई १३ ,२०१० )।
साइंसदानों की मानें तो एक ऐसा टीका तैयार कर लिया गया है जो त्युमर्स को श्रिंक कर (सिकोड़ निचोड़ कर )जड़ से ही उसका खात्मा कर देगा ।
विविध अंगों के कैंसर को नस्ट करने में समर्थ इस टीके की आजमाइशें फिलहाल ब्रेस्ट (स्तन ),बोवेल ,पेंक्रीयाज़ (अग्नाशय ),ओवेरियन (अंडाशय जो ह्यूमेन एग तैयार करता है ),एवं सर्विक्स (गर्भाशय -गर्दन /ग्रीवा ) से ग्रस्त मरीजों पर संपन्न कर ली गईं हैं ।
टीके के जन्मदाता प्रोफ़ेसर रे इलेस (मिडिल सेक्स यूनिवर्सिटी में कार्यरत ) की मानें तो आगामी पांच बरसों में ही यह टीका बाज़ार में दस्तक दे देगा ।
अमरीकी दवा कम्पनी सैल -डेक्स थिय्रापेतिक्स के सहयोग से तैयार यह टीका हमारे रोग -प्रति -रोधी तंत्र के हाथ मज़बूत कर ह्यूमेन -कोरियोनिक -गोनाद्रोपिन(एच सी जी )को नस्ट करने की कूवत दे देगा ।
उक्त आंगिक कैंसरों (बॉडी ओर्गेंस कैंसर्स )के अलावा तकरीबन ५० फीसद ब्लेडर एवं इतने ही मामलों में अग्नाशयकैंसर भी ह्यूमेन -कोरियोनिक -गोनाद्रोपिन तैयार करतें हैं .टीका इसी को ठिकाने लगा ट्यूमर की सफाई करेगा ।
इतना ही नहीं यह टीका मेटा -स्तेसिस से भी निजात दिलवाएगा .,यही वह प्रकिर्या है जिसके तहत कैंसर एक जगह से दूसरी जगह को असर ग्रस्त करने लगता है .पूरी काया का रोग बना रहा है कैंसर ।
किमो -थिरेपी और सर्जरी के संग साथ इस टीके का जोड़, बेजोड़ सिद्ध हो सकता है ।
ब्लेडर कैंसर की चपेट में हाल -फिलाल ही आये ६० औरत -मर्दों पर इसकी आजमाइशें फिलवक्त ज़ारी हैं .एनीमल टेस्ट्स में भी यह अब तक खरा उतरा है ।
मनुष्यों पर चल रहे आरंभिक परीक्षणों में इसे सर्वथा निरापद (सुरक्षित )माना समझा जा रहा है ।
आम के आम गुठलियों के दाम .,यह इलाज़ की अवधि में परिवार नियोजन का भी काम करेगा क्योंकि यह एच सी जी का खात्मा करने की क्षमता लिए है ,जो गर्भ धारण के लिए ज़रूरी है ।
लेकिन इलाज़ संपन्न होने पर फर्टिलिटी पूर्व की भांति बनी रहती है .गर्भाधान भी किया जा सकता है ,गर्भ -धारण भी .

1 टिप्पणी:

Jandunia ने कहा…

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