व्हाट डू यु थिंक इज दी ज्योमेट्री ऑफ़ स्पेस ?
सृष्टि विज्ञानी गणितीय मोडिलों के आधार पर सृष्टि के हश्र(नियति ) की प्रागुक्ति (भविष्य -वाणी )करतें हैं .बेशक आंशिक तौर पर ही सही लेकिन इन गणितीय निदर्शों का सहारा लिया जाता है सृष्टि की अंतिम नियति को बूझने के लिए .इनसे पता चलता है ,सृष्टि के द्रव्यमान -ऊर्जा घनत्व के मुताबिक़ तीन ज्यामितीय संभावनाएं सामने आतीं हैं .इनमे से प्रत्येक का स्पेस -टाइम -कर्वेचर (अन्तरिक्ष -काल -घुमाव )जुदा है .इस ज्योमेट्री को दो आयामीय आकृतियों में दर्शाया जासकता है ।
डार्क एनर्जी के अन्वेषण से पूर्व इन ज्यामितीय स्वरूपों में समरूपता /सहमती थी /अनुरूपता थी,इक करेसपोंदेन्स थी . .नियति को लेकर भी इक करेसपोंदेन्स मौजूद थी ।
पोज़ितिव्ली कर्व्द या क्लोज्ड यूनिवर्स की नियति 'बिग क्रंच 'जबकि निगेतिवली कर्व्द या ओपन यूनिवर्स की 'बिग चिल 'मान ली गई थी ।
बेशक नियति फ्लेट यूनिवर्स की भी 'बिग चिल 'बूझी गई थी लेकिन इसमें विस्तार की रफ़्तार को रफ्ता रफ्ता ब्रेक लगते चले जातें हैं .और आखिरकार विस्तार थम जाता है ।
विद दी डिस्कवरी ऑफ़ डार्क एनर्जी दी करेसपोंदेन्स नो लोंगर होल्ड्स .बेशक यदि डार्क एनर्जी की तीव्रता (इन्तेंसिती ,क्वान्तिती )नियत (कोंस्तेंत ,यकसां ,न कम न ज्यादा )बनी रहती है तब सृष्टि का विस्तार हर हाल में होगा ही होगा चाहे वह फ्लेट हो ,क्लोज्ड या फिर ओपन ।
लेकिन यदि डार्क एनर्जी पलटी खाती है ,इफ डार्क एनर्जी इज केपेबिल ऑफ़ रिवार्सिंग ,एनी टाइप ऑफ़ यूनिवर्स कुड एंड इन ए बिग क्रंच .
वर्तमान में माना यह जारहा है ,यूनिवर्स फ्लेट है ,इसका विस्तार त्वरित गति से एक्सलारेतिद पेस से होता रहेगा .फ्लेट यूनिवर्स विल अंडर -गो एन एक्स -लरेटिंग एक्सपेंशन .
ए केताक्लिज्मिक "बिग रिप "सीनारियो ,इन व्हिच इनक्रीजिंग डार्क एनर्जी टीयर्स दी यूनिवर्स एपार्ट ,इज लेस लाइकली .
सोमवार, 7 मार्च 2011
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