साइंटिस्ट्स फाइंड क्रूशियल जीन लिंक्ड टू इन- फ़र-टी -लिटी(दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया,मुंबई ,अक्टूबर २ ,२०१० ,पृष्ठ ,२१ )।
फ्रांस के पाश्च्युर इंस्टिट्यूट के माहिरों ने ३१५ ऐसे लोगों की एक ऐसी जीन एन आर ५ ए १ का पूरा क्रम, सीक्युवेंस तैयार किया है जो एक ऐसे प्रोटीन को कूट संकेत देती है जिसका पुरुष यौन विकाश में एहम हाथ रहता है तथा जिसके दोष पूर्ण रह जाने पर यौन हारमोन तहस नहस हो जातें हैं .इन तमाम लोगों में स्पर्म निर्माणअप्रत्याशित तौर पर असफल हो चुका था .
कई पुरुषोंमें इसका दोषपूर्ण रह जाना पुरुष बांझपन की वजह ही बन जाता है .हालाकि एक से ज्यादा जीवन इकाइयां स्पर्म निर्माण में भाग लेतीं हैं लेकिन कई एकल जीवन इकाइयों में ऐसे बदलाव आजातें हैं जो स्पर्म निर्माण को होने ही नहीं देतें हैं असफल हो जाती स्पर्म निर्माण की प्रक्रिया ।
विस्तृत अध्ययन विश्लेषण के बाद पता चला ३१५ में से सात लोगों के इस ख़ास जीन एन आर ५ ए १ में ऐसे उत्परिवर्तन (म्यूटेशन )देखने को मिले जिन्होंने "की "रिप्रो -डक -टिव जींस (प्रजनन तथा स्पर्म निर्माण की प्रक्रियामें प्रमुख भागीदार जीवन इकाइयों) को इस कदर असर ग्रस्त किया ,यौन हारमोंस का स्तर ही बदल गया .नतीजा निकला पुरुष बांझपन .दो बातें साफ़ है .पुरुष भी बाँझ होतें हैं जबकि परम्परा गत समाजों में बाँझ पन का ठीकरा औरत के सिर फूटता है .तथा दोषपूर्ण जीवन इकाइयां इस बांझपन की वजह बनती हैं .
शनिवार, 2 अक्तूबर 2010
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