शुक्रवार, 1 अक्तूबर 2010

आपात- काल में सांस की धौंकनी को भी चलाये रहेगी यह चोली

इमरजेंसी "ब्रा" टर्नज इनटू फेस्मास्क्स (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,अक्टूबर १ ,२०१० ,पृष्ठ २१ )।
संकट के समय यह अंगियां ही जीवन रक्षक फेस्मास्क्स बन जायेगी .बस चमकीले लाल रंग की इस चोली के दोनों पासों (कप्स )को अलग करके फेस्मास्क्स के रूप में ओढ़ लिया जाएगा महिला और उसके हमजोली द्वारा .ऐसा साइंसदानों ने दावा किया है .
इस अन्वेषण के लिए गत बरस डॉ .एलेना बोदनर ने (कथित मूर्खता पूर्ण इनाम)इग्नोबिल अवार्ड जीता है .यह एक वार्षिक पारितोषिक है जो ऊपर से देखने में बेवकूफी से भरा लगता दिखता है लेकिन इसका व्यवहार जगत में बड़ा महत्वपूर्ण योगदान रहता आया है .वैज्ञानिक शोध को बढ़ावा देने और एक सालाना श्रेयस देने ,सम्मान देने के बतौर इसका चलन रहाआया है .

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