शुक्रवार, 1 अक्तूबर 2010

जीवन क्षम गृह हो सकता है" ग्लिएसे५८१जी "

अर्थ -लाइक प्लेनेट फ़ाउंड.नॉट टू हॉट ऑर कोल्ड ,दिस वर्ल्ड कुड जस्ट बी हेबिटेबिल ,साइंटिस्ट से (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,अक्टूबर १,२०१० ,पृष्ठ २१ )।
खगोल विज्ञानियों की मानें तो एक ऐसा ग्रह मिल गया है जहां रहा जा सकता है .सौर मंडल के बाहर गोल्डिलोक ज़ोनफॉर लाइफ के ठीक मध्य में मिला है यह ग्रह "ग्लिएसे ५८१ ",जो तापमान की दृष्टि से ना ज्यादा गरम है ना ज्यादा ठंडा .एक दम से ठीक औरजीवन अनुकूल जगह ली है इसने ।
इसपर जल भी हो सकता है .आकार में यह ना तो बहुत बड़ा है ना बहुत छोटा इसीलिए सटीक सतह ,गुरुत्व और वायुमंडल लिए हो सकता है यह ग्रह .पृथ्वी जैसा ही है यह ?
कार्नेगी इंस्टी -त्यूसन,वाशिंगटन के साइंसदान सह -अन्वेषक आर पौल इसे सही अर्थों में पहला गोल्दिलोक्स प्लेनेट मानतें हैं .यह अब तक मिले तकरीबन ५०० ग्रहों से अलग एक अनुकूल आवासीय ज़ोन में अवस्थित है .और यह ठीक हमारे गांगेय पड़ोस में मिला है जिससे ऐसा बोध होता है कितने ही पृथ्वी सरीखे और भी ग्रह हैं जो अपने तारा मंडलों (स्टार सिस्टम्स )के गिर्द घूम रहे हैं ।
एक ऐसे ग्रह का इत्तेफाकन मिलना जहां जीवन संभव है इस शाश्वत सवाल का ज़वाब हो सकता है :क्या हम इस अखिल सृष्टि में अकेले हैं ?साइंसदानों ने समय से पहले यह कहने की नादानी की थी ,और भी रहवास योग्य ग्रह है जो कई मर्तबा गलत सिद्ध हो चुका है .लेकिन यह चयन और घोषणा अपना वजन बनाए हुए है ।
पण स्टेट यूनिवर्सिटी के जिम कास्टिंग कहतें हैं यह ग्रह एक सक्षम उम्मीदवार है जीवन क्षम परिस्थितियोंके संग इसका अस्तित्व मुखरित है . दूसरे ग्रहों पर जीवन का अर्थ ज़रूरी नहीं है "भौमेतर जीवन स्वरूप ' एकल सरल जीवाणु रूप भी हो सकता जीवन .लाइफ ऑन अदर प्लेनेट्स डज़ नॉट मीन "ई टी "(एक्स्ट्रा -टेरिस्ट्रियल इंटेलिजेंस ).इविन ए सिंगिल -सेल बेक्टीरिया ऑर शावर मोल्ड वुड शैक पर्सेप्संस अबाउट दी यूनीकनेस ऑफ़ लाइफ ऑन अर्थ .
यह ग्रह पृथ्वी के द्रवय्मान (मॉस )से तीन गुना ज्यादा मॉस लिए है ,चौड़ाई में थोड़ा सा और भी ज्यादा लेकिन अपने सितारे के अपेक्षाकृत ज्यादा करीब है .एक करोड़ चालीस लाख मील की दूरी से यह अपने सितारे की परिक्रमा कर रहा है जबकि पृथ्वी सूर्य से नौ करोड़ तीसलाख मील की औसत दूरी से परिक्रमा रत है .केवल ३७ दिन में यह एक चक्कर लगालेता है अपने सूरज का .नर्तन (स्पिन )इसमें नामालूम सा है इसीलिए इसकी एक सतह उजली तथा दूसरी डार्क बनी रहती है ।
तापमान अधिकतम १६० सेल्सियस तथा न्यूनतम शून्य से २५ सेल्सियस नीचे तक चला जाता है .बट इन बिटवीन -इन दी लैंड ऑफ़ कोंस्तेंट सन -राइज़ -इट वुड बी "शर्ट स्लीव वेदर "सैड को -डिस -कव -ऱर स्टेवें वोग्तऑफ़ दी यूनिवर्सिटी ऑफ़ केलिफोर्निया संता क्रूज़ .

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