संपूरक के तौर पर "डा-ईट्री सप्लीमेंट्स'" का दीर्घावधि सेवन ख़ास कर विटामिन -सी ,विटामिन- ई ,उन मरीजों की धमनियों को भी साफ़ -सुथरा ,क्लीन ,सेहतमंद और नरम बनाए रखने में मददगार रहतें हैं ,जो सिगरेट और शराब का भी सेवन करतें हैं (आम तौर पर इन शौकीनों की धमनियां खुरदरी और अन्दर से संकरी हो जाती हैं ,प्लाक से ).अवरुद्ध भी हो जातीं हैं ,कार्डियो -वैस्क्युलर रिस्क का वजन ऐसे में बढ़ जाता है .
एक अध्धय्यन के अनुसार विटामिनों का यह समूह जो एंटी -ओक्सिदेंट्स कहलाता है ,कोशाओं की टूट -फूट नुकसानी को फ्री -रेडिकल्स (मोलिक्युल्स जिन्हें बुढ़ाने ,और टिश्यु नुकसानी के लिए जाना जाता है .)के हमले से बचाए रहता है ।
यह नतीजे रिसर्चरों ने एक "रेन्डोमआइज्द और कंट्रोल्ड ट्रायल से निकालें हैं जिसके तहत विटामिन -सी ,विटामिन -ई ,को -एंजाइम क्यु-१० और सेलेनियम केप्स्युल्स दीर्घावधि तक दिए आजमाए गये ।
मल्टी-पिल कार्डियोवैस्क्यूलर रिस्क्स जिन मरीजों के लिए ज्यादा था (धूम्र पान करने वालों और शराब -नोशों के लिए हृद -वाहिकीय संचरण सम्बन्धी रोगों ,के खतरे का वजन बढा रहता है )उनमे लार्ज और स्माल आर्तरीज़की इलास्टिसिटी (प्रत्या -स्थित -ता )अपेक्षाकृत इस दौरान बढ़ गई ।
सन्दर्भ -सामिग्री :-एंटी -ओक्सिदेंट्स कीप आर्तरीज़ हेल्दी (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,जुलाई ,०७ ,२०१० ,राजधानी संस्करण ,पृष्ठ ,१९ )
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