बहु उपयोगी है जैतून (ओलिव आयल )का तेल .एक तरफ यह उन जींस समूह को "तर्न्स- डाउन "यानी स्विच ऑफ़ कर देता है जिनका सम्बन्ध धमनियों को खुरदरा बनाने (हार्डनिंग ऑफ़ आर्तारीज़ ),हृद रोगों से जोड़ा गया है दूसरी तरफ इसका दीर्घावधि स्तेमाल ब्रेस्ट कैंसर से भी बचाए रख सकता है ।
पूर्व के कई अध्धय्यनों से भी ऐसी ही ध्वनी बारहा आई है ,जैतूनी -तेल से तैयार की गई 'मेदितारेनियन डाईट'कैंसर ,हृद -रोग यहाँ तक के अल्जाइ -मर्ज़ से भी अपेक्षा कृत बचाए रहती है ।
आइये हालिया दो स्पेनी अध्धय्यनों का लब्बोलुआब समझें ।
चूहों पर की गई आज़माइश से पता चला है ,जैतून के तेल में एंटी -ओक्सिदेतिव -पदार्थों का बाहुल्य उन खास प्रोटीनों को स्विच ऑफ़ कर देता है जो कैंसर कोशिकाओं को पनपाने ,फीड करते रहने ,ज़िंदा रखने के लिए ज़रूरी हैं ।
यह डी एन ए की नुकसानी (डी एन ए डेमेज )को भी मुल्तवी रखता है .जो कैंसर की वजह बन जाता है .जैतूनी तेल ट्यूमर पर चौतरफा हमला बोलता है .बढवारको थाम लेता है ,कैंसर ग्रस्त कोशाओं को इम्प्लोड़करवा (ट्यूमर के अंदर की ओरविस्फोट करवाकर )डी एन ए डेमेज को रोक देता है .युनिवार्सितात औतोनोमा दे बार्सेलोना ,स्पेन के साइंस दानों के मुताबिक़ उस जीन की योजना को खटाई में डलवा देता ,अड़चन पेश करता है जो ट्यूमर बढवार (ब्रेस्ट - ट्यूमर की )के लिए बनाई जाती है ।
इस अध्धय्यन के नतीजे जर्नल कारसी -नो -जिनेसिस में प्रकाशित हुए हैं .नियमित अ -उर दीर्घावधि एक्स्ट्रा वर्जिन आयल (ओलिव ग्रीन ,ओलिव ब्लेक )का सेवन अ -उर भी ज्यादा असरकारी सिद्ध होता है ।
सन्दर्भ -सामिग्री :-ओलिव आयल हेल्प्स कीप ब्रेस्ट कैंसर अत बे ,सेज स्टडी (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,जुलाई ३ ,२०१० )
शनिवार, 3 जुलाई 2010
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2 टिप्पणियां:
बेहतरीन जानकारी!
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