अमरीकी वायु सेना ८ जुलाई २०१० को अन्तरिक्ष आधारित एक ऐसा उपग्रह स्थापित करने जा रही है जो पृथ्वी की कक्षा में तैरते अन्तरिक्ष कबाड़ पर चौबीसों घंटा नजर रखेगा .इस कबाड़ में वह उपग्रह तो शामिल हैं ही जो अपनी सक्रीय कार्य -कारी अवधि भुगता अब यूं ही पृथ्वी की कक्षा में मंडरा रहें हैं ,अन्तरिक्ष कबाड़ जिसमे विभिन्न आकार के उपकरण शामिल हैं ,भी है ।
इस सब से ना सिर्फ अमरीकी बल्कि मित्र देशों के उपग्रहों के लिए भी ख़तरा बना हुआ है .सैंकड़ों की संख्या में है ऐसे नाकारा उपकरण और उपग्रह .,जो कभी भी खतरे की घंटी बजा सकतें हैं ।
स्पेस बेस्ड स्पेस सर्विलिएंस सेटेलाईट अगर सब कुछ योजना के अनुरूप रहा ,जुलाई ८ ,२०१० को "वन्देंबेर्ग एयर फ़ोर्स बेस, केलिफोर्निया से प्रक्षेपित (लौंच )किया जाएगा .यह पृथ्वी की कक्षा में लगातार बढ़ते ट्रेफिक की मानिटरिंग करेगा .इसकी गिद्ध दृष्टि से कुछ भी नहीं बचेगा .
सोमवार, 5 जुलाई 2010
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें