रिसर्चरों ने पता लगाया है ,मर्दों के बरक्स औरतों में एक जैविक सुपरिवार्त्निय्ता(बायलोजिकल फ़्लुइदितिपाई )गई है . ३० के पार पहुँचने पर औरतों में फ्लुइड -सेक्स्युअलिती देखने को मिलती है ।
यूं मर्दों की भांति औरतों में भी लैंगिकता का एक आनुवंशिक आधार चला आता है .किशोरावस्था तक आत- आते जो सुनिर्धारित हो जाता है .इसके पार युवतियां अपनी सेक्स्युअलिती पहचानने लगतीं हैं .लेकिन उम्र बढ़ने के साथ साथ ही लैंगिक -पसंदगी ज्यादा से ज्यादा सुपरिवार्त्नीय होती चली जाती हैबदल्ने लगती है . . .नतीज़नकितनी ही औरतें अन्दर खाने "लैज्बियन"(लेस्बियन )या फिर बाई -सेक्स्युअल होती चली जातीं हैं ।
अलावा इसके एक आवधिक लैंगिक परिवर्तन भी औरतों में दिखलाई देता है .,जो मर्दों के बरक्स बहुत ज्यादा है ।
कुछ ऐसे ही उदगार क्रिस्तान मोरन ने अभिव्यक्त कियें हैं .आप सदरण कनेक्टिकट यूनिवर्सिटी से सम्बद्ध हैं ।
आपने ऐसी ही महिलाओं पर अपना अध्धय्यन संपन्न किया है जो लेस्बियन (औरत का औरत के प्रति यौन आकर्षण ,समलैंगिक यौन सम्बन्ध )होते होते भी किसी मर्द के साथ वैवाहिक सम्बन्ध में बंध ज़रूर गईं ,लेकिन इन संबंधों का लुत्फ़ नहीं उठा सकीं .एक मानसिक और मनो -वैज्ञानिक यातना इन्हें अन्दर अन्दर सालती रही .आखिरकार अपनी वफादारी पत्नी के रोल में निभाते निभाते यह आजिज़ आ गईं ।
दूसरी औरतों के प्रति इनका यौन आकर्षण ज़ारी रहा ।
भले ही ज़माने के रीत के साथ इनमे से कुछ ने ताल मल लेदेकर बिठा ज़रूर लिया लेकिन इन्हीं में से अनेक ने नए सम -लिंगी संबंधों की शुरुआत सरे आम की ।
मशहूर लेखिका आर्थरवर्जिनिया वूल्फ अपनी चहेती वित सच्क्विल्लेवेस्ट के यौन आकर्षण में बंध गई .दोनों हालाकि शादी शुदा थीं ।
अदाकारा पोर्शिया दे रोस्सी ,फिल्मकार मल मेट काल्फे से सम्बन्ध विच्छेद कर (१९९९)खुले तौर पर लेस्बियन हो गई ।
२००८ में आपने एक बार फिर (लैंगिक कलाबाजी खाई ),आप हास्य अभीनेता एल्लें देगेंरेस से विवाह सूत्र में आबद्ध हो गई ।
सन्दर्भ -सामिग्री :-व्हाई सम वोमेन आर लेट ब्लूमिंग लेस्बियांस ("बायलोजिकल फ़्लुइदिति "मेक्स वोमेन इन देयर थर्तीज़ स्विच सेक्स्युअल ओरिएन्तेसन )/दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,जुलाई १२ ,२०१० )
मंगलवार, 13 जुलाई 2010
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