शनिवार, 2 अक्तूबर 2010

क्या है मस्क्युलर डिस -ट्रोफी ?(ज़ारी )

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मस्क्युलर डिस -ट्रोफी इज ए ग्रुप ऑफ़ मसल डीज़ीज़ ,मार्कड बाई वीकनेस एंड वेस्टिंग ऑफ़ सलेकतिद मसल्स .,इन व्हिच दे -यार इज ए रिकग्नाइज़ेबिल पैट्रन ऑफ़ इन्हेरिटेंस .दी अफेक्तिद मसल फाइबर्स दी -जेनरेट एंड आर रिप्लेस्ड बाई फैटी तिस्यु ।
ज़ाहिर इस आनुवंशिक रोग में पेशीय तंतु ही नष्ट होने लागतें हैं ,अपविकाश होने lgtaa है पेशी और ऊतकों का .पेशी का स्थान वसीय ऊतक लेते चले जातें हैं .पेशीय लोच समाप्त हो जाती है .एक ही वंश वेळमें पीढ़ी दर पीढ़ी चले आये विवाह सम्बन्ध इसकी वजह बन जातें हैं .
जगन नाथन और मनोहर के मामले में रोग का आरम्भ तब हुआ जब यह दसवीं कक्षा में पहुंचे .मस्क्युलर डिस -ट्रोफी इस क्लासिफाइड एकोर्डिंग टू दी पेशेंट्स एज अट ओनसेट ,दिस्त्रिब्युशन ऑफ़ दी वीकनेस ,दी प्रोग्रेशन ऑफ़ दी डिसीज़ एंड दी मोड ऑफ़ इन्हेरिटेंस .आइसो -लेतिद केस मे अकर एज ए रिज़ल्ट ऑफ़ जीन म्यूटेशन ।
रोग निदान के लिए "इलेक्ट्रो -मायो -ग्रेफ़ी "तथा मसल बायोप्सी का सहारा लिया जाता है .इलेक्ट्रो -मायो -ग्रेफ़ी मे पेशियों के अन्दर होने वाली विद्युतीय हलचल का लगा तार जायजा लिया जाता है .इस एवज पेशीय तंतुओं मे इलेक्ट्रोड्स (विद्युताग्र ) घुसाए पहुंचाए जातें हैं .एक ओस्सिलोस्कोप सारी गति विधि का आरेख दर्शाता रहता है .इस प्रकार नर्वज़ और पेशीय विकारों का पता चल जाता है ।

दुचेंनेस मस्क्युलर डिस -ट्रोफी विरासत मे मिलने वाला सेक्स लिंक्ड रिसेसिव करेक्टर है .अकसर लडके ही इस रोग का शिकार होतें हैं .अकसर चार साल की उम्र से पहले ही इस रोग की शुरुआत हो जाती है ।
बककर मस्क्युलर डिस -ट्रोफी ?
इट

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